- थाईलैंड की युवती की कोरोना से मौत के मामले में आया नया मोड़, पुलिस ने शुरू की जांच

रुष्टयहृह्रङ्ख : थाईलैंड की युवती की राजधानी में कोरोना से हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। शनिवार को जिस बड़े व्यापारी के बेटे का नाम सामने आने पर हल्ला मचा था, वह रविवार को खुद सामने आ गए। वह और कोई नहीं, बल्कि बिल्डर और राज्यसभा सदस्य संजय सेठ हैं। संजय सेठ ने परिवार की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए लखनऊ पुलिस से सच्चाई से पर्दा उठाने की मांग की है।

पुलिस ने जांच शुरू की

यही नहीं, लखनऊ पुलिस ने भी मामले कि गंभीरता को देखते हुए प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त ने डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त का कहना है कि पुलिस इस प्रकरण से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। राज्यसभा सदस्य ने सपा नेता आईपी सिंह के खिलाफ पुलिस आयुक्त को तहरीर भी दी है। आरोप है कि सपा नेता ने उनके परिवार की छवि धूमिल करने के लिए इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाला है। संजय सेठ ने पुलिस आयुक्त को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। सांसद की ओर से रविवार को एक पत्र जारी किया गया, जिसमें उन्होंने कई बिंदुओं पर जांच की मांग की है।

सांसद बोले, सीसीटीवी फुटेज जांचे पुलिस

सांसद ने कहा है कि थाईलैंड की युवती लखनऊ के किन होटलों में रुकी, उन होटलों को किसने बुक कराया, होटल में आने और जाने, मुलाकात करने वालों के सीसी फुटेज और उसके मोबाइल के सभी लोकेशन का पता लगाया जाए। इससे सच्चाई सामने आ जाएगी। जांच के बाद सभी तथ्य सार्वजनिक किए जाएं। उन्होंने कथित गाइड सलमान से भी पूछताछ करने की मांग की है। उधर, आइपी सिंह ने एक पत्र जारी कर पूरे मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है। आइपी सिंह का कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली थी। वह सच्चाई सामने लाना चाहते हैं। युवती की मौत कैसे और किन हालात में हुई, इसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होनी चाहिए।

दो दिन शांत रही पुलिस

इस पूरे मामले में पुलिस दो दिन तक खामोश रही। पुलिस की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए। सामान्य घटनाओं में तेजी दिखाने वाली लखनऊ पुलिस विदेशी युवती की मौत की छानबीन से कतराती रही। हालांकि, हंगामा बढ़ता देख रविवार रात में पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए। बताया जा रहा है कि युवती कई दिन तक हजरतगंज के एक होटल में ठहरी थी। इस बीच उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

वीडियो जारी कर दी सफाई

रविवार को युवती के परिवार वालों और थाईलैंड एम्बेसी से संपर्क करने वाले सलमान ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी। सलमान ने कहा कि वह युवती को पहले से नहीं जानता था। युवती यहां घूमने आए थी और वह उसका गाइड था। सलमान के बयानों में भी विरोधाभास है। सवाल यह है कि अगर वह युवती को नहीं जानता था और अपने दोस्त के कहने पर उसकी मदद की थी तो वह उसका गाइड कैसे हुआ? पुलिस ने सलमान से पूछताछ क्यों नहीं की? वह कहां ठहरी थी? इसका ब्योरा पुलिस के पास क्यों नहीं है? ऐसे कई रहस्य बरकरार हैं।

यह है मामला

थाईलैंड निवासी युवती को 28 अप्रैल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी तीन मई को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। पुलिस ने छह मई को थाईलैंड एम्बेसी की अनुमति पर भैंसाकुंड में शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। युवती को व्यापारी नेता के बेटे ने सात लाख रुपये देकर बुलाया था।

Posted By: Inextlive