- नो टच एंड शील्ड डेस्क होगा बिजनेस का नया फंडा

- व्यापारी, कर्मचारी व ग्राहकों की सुरक्षा के लिए तैयार की गई नई स्ट्रेटजी

- गाइडलाइन के साथ तैयार किये शेफ्टी के अपने मानक

LUCKNOW : कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में कोरोना कफ्र्यू के जून के पहले सप्ताह से खत्म होने की संभावना है। इसी के साथ शहर की प्रमुख मार्केट, दुकानें खोलने की तैयारी भी जोर शोर से शुरू हो गई है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए व्यापारियों ने नई स्ट्रेटजी तैयार की है। इसके तहत पहली बार नो टच एंड शील्ड डेस्क के साथ नो एक्सचेंज और कारोबार की वर्किग टाइमिंग भी फिक्स करने की सिफारिश की है। इस पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के प्रमुख व्यापार मंडल के पदाधिकारी और कारोबार से जुड़े व्यापारियों से बात-चीत की।

नो टच एंड नो एक्सचेंज का फंडा

कोरोना संक्रमण से व्यापारी, कर्मचारी व ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर इस बार व्यापारियों ने नो टच एंड नो एक्सचेंज का फंडा अपनाया है। शहर के प्रमुख बाजारों में अलग-अलग दुकानों में न केवल शील्ड डेस्क बनाई जाएगी बल्कि ग्राहकों का पूरा ध्यान रखते हुए सामान को टच न करने की अपील की जाएगी। दूर से सामान पसंद करने के बाद ग्राहकों को उसे दिया जाएगा। वहीं घर ले जाने के बाद दोबारा एक्सचेंज करने की सुविधा भी खत्म की जाएगी।

चाहे जो मजबूरी हो, सुरक्षा हर लिहाज से जरूरी हो

व्यापारियों का कहना है कि सेकंड फेज में राजधानी में कई लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है, जिसमें व्यापार मंडल के कई पदाधिकारी और व्यापारी भी शामिल है। कारोबार जरूरी है, लेकिन इस बार पूरी सुरक्षा को लेकर ही कारोबार किया जाएगा। व्यापारियों ने अपने कर्मचारी और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए कोविड 19 के मानकों के साथ-साथ अपने स्तर से भी सुरक्षा के मानक तैयार किए हैं। उनका कहना है कि चाहे जो मजबूरी हो इस बार सुरक्षा हर लिहाज में जरूरी है।

खुद बंद करने की थी अपील

सरकार के कोरोना कफ्र्यू लागू करने से पहले ही राजधानी के कई व्यापार मंडल ने अपनी बाजारों को खुद बंद किया था। इसके अलावा सरकार से भी बंद करने की अपील की थी। 30 अप्रैल से कोरोना कफ्र्यू को सरकार ने लागू किया, लेकिन उससे पहले कई बाजार सप्ताह में दो से तीन दिन तक बंद की गई थी। व्यापारियों ने इसकी पहल की थी। बाजारों को सेनेटाइज भी कराया था।

कोट

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कई व्यापारियों की मौत हुई है। इस बार व्यापारी काफी डरा और ज्यादा सजग है। इस बार शॉप पर आने वाले कस्टमर से नो टच एंड शील्ड डेस्क के जरिए कारोबार करेंगे। कपड़े को सेनेटाइज करना मुश्किल होता है, कपड़े और ज्वैलरी शॉप में शील्ड डेस्क बनाई जाएगी और शील्ड डेस्क के दूसरी तरह से कस्टमर को सामान पसंद कराया जाएगा। ताकि बार-बार कस्टमर सामान टच न कर सके। फेस शील्ड की जगह शील्ड डेस्क बनाये जाएंगे। पर्सन टू पर्सन और सब्जेक्ट टू सब्जेक्ट टच न कराने का प्रयास रहेगा।

- अमरनाथ, अध्यक्ष, यहियागंज व्यापार मंडल, वरिष्ठ महामंत्री लखनऊ व्यापार मंडल

नहीं खरीदेंगे पुराने बर्तन

कस्टमर कोड के जरिये दूर से ही बर्तन को ओके कर देंगे। इसके बाद तौल कर डिलीवरी दी जाएगी। सामान को छूने नहीं दिया जाएगा। एक्सचेंज ऑफर भी बंद कर दिया। पुराने बर्तन अब नहीं खरीदने जाएंगे।

नरेश कुमार, उपाध्यक्ष, यहियागंज उद्योग व्यापार मंडल

एक दो करके कस्टमर को मिलेगी एंट्री

अगर मार्केट एक जून से खुलती है तो इस बार हमको पिछली वार से और ज्यादा एहतियात बरतना पड़ेगा। सेनेटाइजर, मास्क के अलावा जैसे मेरा रेडीमेड का काम है तो हम लोग ग्राहक को पहले हाथ सेनेटाइज करायेंगे, जिससे कि कपड़े को छुएं तो किसी दूसरे ग्राहक को इंफेक्शन न हो और दुकानों के अंदर भीड़ तो बिल्कुल भी नहीं लगने देगें। एक-एक दो-दो कर के ग्राहकों को अंदर आने देंगे। सब व्यापारी और कर्मचारी डबल मास्क लगा के बैठेंगे। कपड़ों को बदलने का कोई सिस्टम नही होगा।

देवेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडल

सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुले मार्केट

लखनऊ किराना कमेटी एक जून से खुलने जा रहे कोरोना कफ्र्यू को लेकर

प्रशासन से सुबह 9 से शाम 5 बजे तक कारोबार की अनुमति चाहता है ताकि व्यापारी, दुकानदार, पल्लेदार, ट्रांसपोर्ट वह सब अपना समय से काम खत्म कर घर पहुंच सकें। इससे देर शाम तक लोगों की भीड़ बाजारों में जमा नहीं होगी। कोरोना महामारी से बचने के लिए नियम कायदे से चलना है नहीं तो हर आदमी सरकार, डॉक्टर, सरकारी कर्मचारी को दोषी मानेंगे। जिंदा रहेंगे तभी भविष्य बन पाएगा।

-अमित अग्रवाल, महामंत्री लखनऊ किराना लखनऊ

होम डिलीवरी के लिए करेंगे प्रेरित

शोरूम व सर्विस सेंटर खुलने पर वहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों का वैक्सीन संबंधित डाटा तैयार किया जाएगा। जिन कर्मचारियों को वैक्सीन नहीं लगी उन्हें कंपनी की तरह से वैक्सीन लगवाने के निर्देश के साथ-साथ व्यवस्था भी की जाएगी। इसके अलावा कुछ दिन तक स्टाफ रोस्टर के आधार पर ड्यूटी पर बुलाया जाएगा। कस्टमर को डिजिटली फॉलो करने के साथ उन्हें होम डिलीवरी के लिए प्रेरित किया जाएगा। सेंटर में आने वाले कस्टमर की भी पूरी डिटेल रखी जाएगी। स्टाफ, कर्मचारी व कस्टमर के बीच 6 मीटर की दूरी और सभी मानकों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

-रविंद्र सिंह, जीएम सेल्स, आनंद मोटर्स

शील्ड डेस्क पर रहेगा पूरा फोकस

Posted By: Inextlive