सफदरगंज थाना के पल्हरी गांव के पास बुधवार सुबह करीब 5:30 बजे यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो किसी मवेशी को बचाने के चक्कर में कार रांग साइड आ गई और सामने से आ रहे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर पल्हरी के पास बुधवार की भोर में मवेशी को बचाने के प्रयास में इनोवा कार अनियंत्रित हो गई। डिवाइडर पार कर रांग साइड पहुंची कार ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार लखनऊ के चारों लोगों की मौत हो गई और कार में लाई जा रहीं पांच भेड़ भी मर गईं। मृतक बिहार की सीमा से भेड़ खरीदकर लौट रहे थे। हादसे के बाद हाईवे पर दोनों ओर तीन-तीन किलोमीटर तक का लंबा जाम लग गया।सुबह 5.30 बजे हुआ हादसा


सफदरगंज थाना के पल्हरी गांव के पास बुधवार सुबह करीब 5:30 बजे यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो किसी मवेशी को बचाने के चक्कर में कार रांग साइड आ गई और सामने से आ रहे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही कार में सवार चार लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंची सफदरगंज पुलिस ने क्रेन से ट्रक में फंसी कार को बाहर निकलवाया। कार सवार चारों लोगों के सिर पर गंभीर चोटें लगी थीं।मोबाइल से हुई पहचान

एएसपी मनोज पांडेय, सीओ नवीन ङ्क्षसह व एसओ अभिषेक ङ्क्षसह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटा कर यातायात सुचारु कराया गया। मृतकों के पास मिले मोबाइल से शव की शिनाख्त की गई। मृतकों में शरीफ मंजिल हुसैनाबाद निवासी 28 वर्षीय शाबेश उर्फ शबी हैदर पुत्र रईस हैदर, 38 वर्षीय अनीस पुत्र नफीस मियां, सुरैया मंजिल निवासी 33 वर्षीय सैय्यद आमिर रजा पुत्र नासिर रजा और मुफ्तीगंज ठाकुरगंज के 28 वर्षीय मोहम्मद हसन उर्फ ङ्क्षटकू पुत्र जियाउल हसन शामिल हैं। हादसे की तहरीर देने वाले अनीस के चचेरे भाई कौशर मिर्जा ने बताया कि आमिर और शबी हैदर में चचेरे बहनोई व साले का रिश्ता था, जबकि टिंकू व आमिर मौसेरे भाई थे।बकरी फार्म के लिए ला रहे थे भेड़अनीस के चचेरे भाई कौशर मिर्जा ने बताया कि चारों युवकों ने मिलकर बकरी पालन का काम शुरू किया था। लखनऊ में हरदोई रोड पर स्थित बालागंज में बकरी फार्म स्थापित किया गया था। दो दिन पहले ये इसी फार्म के लिए भेड़ लेने गए थे। सीओ सदर ने बताया कि प्रथम दृष्टया हादसे का कारण कार का तेज रफ्तार में होना लग रहा है। रफ्तार इतनी तेज थी कि कार डिवाइडर पार करते हुए दूसरी ओर पहुंच गई। चालक को नींद आना अथवा बेसहारा पशु के सामने आने से हादसे की चर्चा चल रही है।***************************************

एक हादसा जो चार परिवारों को दे गया कभी न भरने वाला जख्मलखनऊ-अयोध्या हाईवे पर हुआ हादसा चार परिवारों को ऐसा जख्म दे गया है, जो शायद ही कभी भरेगा। हादसे की सूचना मिलते ही चारों परिवारों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा और आंसुओं का सैलाब आ गया। जिन चार युवाओं की हादसे में मौत हुई, उनमें से दो तो अपने घर के इकलौते चिराग थे।पापा कब आएंगेहादसे में जान गंवाने वाले आमिर, शबी और अनीस विवाहित थे, जबकि टिंकू अविवाहित। परिजनों की माने तो आमिर, शबी और अनीस के बच्चे छोटे-छोटे हैैं। वे भले ही हादसा की भयावहता समझ न पा रहे हों, लेकिन बार-बार उनकी ओर से पूछा जा रहा सवाल पापा कब आएंगे, हर किसी की रुंह कंपा रहा है। मासूमों को क्या पता कि अब उनके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ चुका है। बेहद मिलनसार थे चारों
चूंकि चारों मृतक एक ही एरिया के हैैं, ऐसे में हादसे की खबर मिलते ही पूरे एरिया में अफरा-तफरी मच गई। हर कोई मृतकों के घर पहुंच गया और पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाने का प्रयास करने लगा। परिजनों की लडख़ड़ाती जुबान उनके दर्द को बयां करने के लिए काफी थी। देर शाम जब चारों के शव घर पहुंचे तो हर तरफ चीख पुकार मच गई। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि चारों बहुत मिलनसार थे और हर किसी के सुख-दुख में साथ खड़े होते थे। हमेशा सभी के चेहरों पर मुस्कान रहती थी।दो घरों के बुझ गए चिरागपरिजनों की माने तो आमिर प्राइवेट जॉब करता था और दो भाइयों में सबसे छोटा था। उसके दो बच्चे भी हैैं। इसी तरह टिंकू इलेक्ट्रिशियन था और दो भाइयों में सबसे बड़ा था। वहीं, शबी घर का इकलौता चिराग था और प्राइवेट जॉब करके अपने परिवार का भरन पोषण करता था। उसका भी एक छोटा बच्चा है। अनीस छोटे इमामबाड़े के पास टी स्टॉल चलाता था और घर में अकेला कमाने वाला था।

Posted By: Inextlive