- पीडि़त के परिवारीजन की मांग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया आदेश

- महिला आईपीएस समेत 11 पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड

LUCKNOW :सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की किडनैपिंग के बाद हत्या की घटना की सीबीआई जांच कराने का निर्देश दिया है। सरकार ने संजीत यादव के परिवारीजन की मांग पर यह फैसला किया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी का कहना है कि सीबीआई जांच की सिफारिश का औपचारिक पत्र केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है। संजीत के परिवारीजनों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। माना जा रहा है कि सीबीआई जांच में कई पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

पुलिस की भूमिका को लेकर उठे थे सवाल

कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात के बाद संजीत हत्याकांड को लेकर भी पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े हुए थे। विपक्ष ने संजीत हत्याकांड को लेकर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा था। विपक्षी दलों के नेता इस घटना को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। मामले को तूल पकड़ता देख 24 जुलाई को कानपुर में तैनात 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी अपर्णा गुप्ता व तत्कालीन सीओ गो¨वदनगर मनोज गुप्ता समेत 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। तत्कालीन थानाध्यक्ष बर्रा को इससे पूर्व ही निलंबित किया जा चुका था। अपर्णा गुप्ता कानपुर नगर में एएसपी दक्षिण के पद पर तैनात थीं। एएसपी व सीओ के निलंबन की कार्रवाई के बाद भी प्रकरण में डैमेज कंट्रोल के प्रयास जारी थे। विपक्ष के इस घटना को लेकर लगातार तीखे प्रहारों का नतीजा था कि शासन ने 25 जुलाई को कानपुर के तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार पी। को भी हटाने का निर्णय लिया था और कानपुर में एसएसपी की कुर्सी पर डीआइजी डॉ.प्रितिन्दर सिंह की तैनाती की गई थी।

परिजन पुलिस जांच से नहीं थे संतुष्ट

दरअसल, संजीत हत्याकांड में बदमाशों को फिरौती की रकम दिए जाने को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगे थे। शासन ने पुलिस कार्रवाई में लापरवाही, अपराधियों के बच निकलने, फिरौती की रकम दिए जाने समेत अन्य ¨बदुओं पर जांच एडीजी पुलिस मुख्यालय बीपी जोगदंड को सौंपी थी। हालांकि संजीत के परिवारीजन एडीजी की जांच से संतुष्ट नहीं थे और सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि संजीत यादव को 22 जून को किडनैप कर लिया गया था। बदमाशों ने संजीत की हत्या कर उसका शव नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने बदमाशों को फिरौती की रकम भी दिलाई थी, लेकिन बदमाश फिरौती की रकम लेकर भाग निकलने में कामयाब रहे थे। बाद में पुलिस ने संजीत के दो दोस्तों समेत अन्य आरोपियों को अरेस्ट कर हत्याकांड का खुलासा किया था।

Posted By: Inextlive