यूपी बोर्ड मूल्यांकन से पहले सेंटर्स सेनेटाइज्ड किया जाएगा
- सोमवार से यूपी बोर्ड की कॉपियों का शुरू होगा मूल्यांकन
- हर रूम में सैनेटाइजर, हैंडवाश और दूसरी चीजों की व्यवस्था LUCKNOW : यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सोमवार से शुरू होना है। मूल्यांकन से पहले सभी केंद्रों पर सावधानी बरतने को कहा गया है। साथ ही सभी केंद्रों पर सैनेटाइजर और दूसरी जरूरी चीजें रखने को कहा गया है। ज्ञात हो कि मूल्यांकन को लेकर परीक्षकों ने आपत्ति दर्ज कराई है। इसके बाद शिक्षा विभाग ने केंद्रों पर सावधानी बरतने की व्यवस्था शुरू की है। हर रूम में कम से 20 परीक्षकशिक्षा विभाग ने राजधानी में बनाए गए सभी चार मूल्यांकन केंद्रों पर एक रूम में कम से कम 20 परीक्षकों को बैठाकर मूल्यांकन कराने को कहा है। साथ ही हर रूम में सैनेटाइजर, हैंडवाश, दवाएं और दूसरी चीजें रखने को कहा गया है। वहीं हर केंद्र पर मेडिकल असिस्टेंट तैनात करने को कहा गया है।
फोन पर रहेगा बैनमूल्यांकन के दौरान परीक्षक व उपनियंत्रक मोबाइल फोन का यूज नहीं कर सकेंगे। वो ओएमआर शीट ऑप्टिकल मार्क रिकगनाइजर, जांची गई कॉपी का फोटो नहीं खींच सकेंगे। इसे विश्वासघात मानते हुए उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मूल्यांकन के लिए उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने निर्देश जारी किए हैं।
सीसीटीवी की निगरानी में मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपी जांचने का काम सीसीटीवी और वायस रिकार्डर की निगरानी में किया जाएगा। किसी भी परीक्षार्थी के अंक अनावश्यक रूप से नहीं काटे जाने, प्रत्येक प्रश्न का स्टेप वार मूल्यांकन कर अंक देने, ओएमआर शीट पर अंक चढ़ाते समय सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। गणित एवं विज्ञान व किसी विषय में परीक्षार्थी द्वारा बायें पृष्ठ पर उत्तर लिखे जाने पर उनका मूल्यांकन करना होगा। यह मूल्यांकन केंद्र नहीं डीआईओएस ने अमीरूद्दौला इस्लामिया इंटर कॉलेज मूल्यांकन केंद्र को निरस्त कर दिया है। इसकी जगह अमीनाबाद इंटर कॉलेज को केंद्र बनाया गया है। शिक्षा विभाग के मुताबिक जिन शिक्षकों की ड्यूटी मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपी चेकिंग में लगी है, उनको संडे को केंद्र पर जाकर रिपोर्ट करनी होगी। परीक्षकों को हाईस्कूल की 50 व इंटर की 45 कॉपियां अनिवार्य रूप से जांचनी होंगी। डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र पर तैनात उपप्रधान परीक्षक को सहायक परीक्षकों की जांची गई कॉपियों की रैंडम चेकिंग लगातार करनी होगी।