- मौलाना कल्बे जवाद की मजलिस मे 100 लोगो को मिला प्रवेश पुलिस ने बनाई सूची

- छावनी मे तबदील रहा संवेदनशील इलाका मुस्तैद रहे पुलिस के अफसर

LUCKNOW: कर्बला मे अपने 71 साथियों के साथ शहीद हुए हज़रत इमाम हुसैन का चेहल्लुम आज लखनऊ में पूरी अकीदत और श्रद्धा के साथ मनाया गया लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से शिया लोग चेहल्लुम के मौके पर भी अपने इमाम की याद में चेहल्लुम का जुलूस निकालने से महरूम रह गए। कोरोना काल मे पड़ रहे चेहल्लुम को बिना जुलूस के शांतीपूर्ण माहौल मे सम्पन्न कराने के लिए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने सुरक्षा के चाक चौबंद पहले ही कर लिए थे।

इमाम बाड़े में पढ़ी गई मजलिस

चेहल्लुम का जुलूस बजाजा स्थित नाजिम साहब के इमाम बाड़े से निकाला जाता था लेकिन इस बार जुलूसो पर पूरी तरह से पाबंदी है लेकिन लाक डाउन 5 मे धार्मिक कार्यक्रम को सोशल डिस्टेंसिग के साथ सौ लोगों की मौजूदगी मे मनाए जाने की इजाजत दी गई थी। चेहल्लुम में जुलूस से पहले हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिया धर्म गुरू मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने दोपहर डेढ़ बजे नाजिम साहब के इमाम बाड़े मे मजलिस पढ़ी लेकिन मजलिस के बाद जुलूस नहीं निकाला गया। इमाम बाड़े मे मजलिस शुरू होने से पहले ही सौ लोगों को गिन कर इमाम बाड़े के अंदर प्रवेश दिया गया। मजलिस मे शामिल हुए सभी सौ लोगों की पुलिस ने बाकायदा सूची भी बनाई। मौलाना ने बिना माईक लाउड स्पीकर के ही करीब एक घंटे की मजलिस पढ़ी जिसमे उन्होने कर्बला मे हजरत इमाम हुसैन व उनके 71 साथियो की शहादत का दर्दनाक मंजर बयान किया।

पुलिस ने चाक चौबंद की थी व्यवस्था

मौलाना मजलिस पढ़ने के बाद इमाम बाड़े से चले गए इस दौरान अकबरी गेट से लेकर पाटा नाला पुलिस चौकी तक सड़क के दोनो तरफ वर्दीधारी पुलिस कर्मी पूरी मुस्तैदी के साथ सुरक्षा मे तैनात रहे । अकबरी गेट से लेकर पाटा नाला पुलिस चाौकी तक लगाई गई पुलिस फोर्स मे एटीएस का कमांडो दस्ता भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया इसके अलावा आरएएफ आरआरएफ और पीएसी के जवानों को भारी सख्या मे सुरक्षा मे लगाया गया था। करीब एक घंटे तक इमाम बाड़ा नाजिम साहब मे चली मजलिस के दौरान पुलिस ने ड्रोन कैमरा उड़ा कर भी पूरी क्षेत्र का जाएजा लिया। इमाम बाड़े के आसपास के ऊॅचे मकानो की छतो पर भी पुलिस के जवानो को मुस्तैद किया गया था। दोपहर 12 बजे से पहले ही ज्वान्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा डीसीपी पश्चिम देवेश पांडेय पुलिस के सीनियर अफसर और पुलिस फोर्स के साथ पाटानाला पुलिस चौकी से लेकर कर्बला तालकटोरा तक लगातार भ्रमण कर हालात का जाएजा भी लेते रहे।

जुलूस नहीं थी इजाजत

इस बार चेहल्लुम मे जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दी गई थी लेकिन एहतियात के तौर पर बुधवार की रात को ही पाटानाला पुलिस चाौकी से लेकर कर्बला तालकटोरा तक मेन रोड से मिलने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेटिंग कर दी गई थी ताकि लोग भीड़ की शक्ल मे अचानक सड़क पर न आ सके। शिया समुदाय के लोगो मे इस बार दोहरा गम देखने को मिला हजरत इमाम हुसैन की शहादत का गम तो शिया मनाते ही है लेकिन इस बार शिया समुदाय को इमाम हुसैन की याद मे जुलूस न निकालने का गम भी सहन करना पड़ गया।

Posted By: Inextlive