- डीएम ने किया पराग डेयरी का निरीक्षण, काम सुधारने के लिए दिया तीन महीने का समय

- अब कोटेदार के यहां पर भी मिलेगा पराग दूध ह्य

LUCKNOW: जिलाधिकारी राज शेखर ने राज्य की सबसे बड़ी कोआपरेटिव पराग डेयरी का ह्यगुरूवार को निरीक्षण किया और दूध आपूर्ति में लगातार आ रही गिरावट के लिए तीन माह का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने कहा कि पराग डेयरी अपना काम काज सुधारे और परफार्मेन्स सुधार का ग्राहकों का विश्वास जीते। वह तीन बाद दुबारा इसका निरीक्षण करेंगे। उन्होंने बिक्री बढ़ाने के लिए कोटेदारों के यहां भी पराग प्रोडक्ट बेचे जाने के निर्देश दिए हैंक् डीएम के साथ सीडीओ योगेश कुमार, अपर नगर मजिस्ट्रेट, मुख्य खाद्य निरीक्षक और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद थे।

पराग के कामकाज की समीक्षा

डीएम ने डेयरी की कार्य प्रणाली और वित्तीय क्रिया कलापो की समीक्षा की। इस दौरान दूध आपूर्ति मे साल दर साल हो रही कमी पर चिन्ता व्यक्त करते हुए नाराजगी जताई और पराग डेयरी को काम काज व वित्तीय परफार्मेन्स सुधारने और ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए तीन माह समय दिया। उन्होंने पराग डेयरी के महाप्रबंधक को निर्देश दिया कि तीन माह के अंदर आम आदमी तक पराग मिल्क की आपूर्ति बढ़ाई जाए और मार्केटिंग रणनीति अपनाते हुए गुणवत्ता पूर्ण उत्पादों की बिक्री बढ़ाई जाए।

घाटे में न बेचें दूध

राज शेखर ने पराग डेरी द्वारा आम आदमी केबजाय दूध कम्पनी को बल्क दूध बिक्री पर पराग प्रबन्धन से कहा कि सरप्लस दूध को किसी कम्पनी को घाटे मे बेचने के बजाए बाजार की प्रतियोगिता के अनुसार कम्पनियों को फायदे में बेचने या आम आदमी को मिल्क प्रोडक्ट के रूप में बेचने की रणनीति बनाई जाए। जिलाधिकारी ने पराग प्रबंधन को आश्वस्त किया किया जिला प्रशासन पराग के छोटे वेन्डिंग प्वाइंट, मिल्क किऑस्क की सुविधा पराग को दिलाने के लिए नगर निगम, एलडीए से बात करेगा और हर सम्भव मदद करेगा। इसके लिए उन्होंने एक समिति गठित करने को भी कहा। डीएम ने बिक्री बढ़ाने के लिए कोटेदारों द्वारा पराग की बिक्री बढ़ाने पर भी सहमति देते हुए अपर जिलाधिकारी आपूर्ति को निर्देश दिए। पराग की स्थापना क्9फ्8 मे हुई थी जिसकी सफलता से प्रेरित होकर क्9ब्म् में आनन्द डेरी की स्थापना हुई थी।

Posted By: Inextlive