इस लीग को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की तर्ज पर शुरू किया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में भी पब्लिक फीडबैक लिए जाते हैैं और उसके अंक दिए जाते हैैं लेकिन इस लीग में पब्लिक को जागरूक करने के साथ ही उन्हें इस मुहिम से सक्रिय रूप से जोडऩा भी है।


लखनऊ (ब्यूरो)। स्वच्छता सर्वेक्षण की तर्ज पर अब देश के 1800 से अधिक शहरों के बीच स्वच्छता लीग शुरू होने जा रही है। इस लीग में मुख्य फोकस गार्बेज फ्री सिटी पर किया गया है। इस लीग में अंकों का तो कोई खेल नहीं है लेकिन लीग के अंत में स्वच्छ शहरों के नाम घोषित किए जाएंगे। इस लीग की खास बात यह है कि इसमें मुख्य रूप से पब्लिक को स्वच्छता अभियान से जोड़ा जाना है। लीग की महत्ता को देखते हुए नगर निगम की ओर से तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैैं। जिससे राजधानी की स्वच्छता छवि बेहतर हो सके।17 सितंबर से शुरू होगी लीग
केंद्र स्तर से आयोजित होने वाली इस लीग की शुरुआत 17 सितंबर से होगी। यह लीग करीब 16 दिन की होगी और हर दिन 1800 से अधिक शहरों को स्वच्छता की कसौटी पर उतारा जाएगा। लीग का फॉर्मेट भी नगर निकायों को भेज दिया गया है। इस फॉर्मेट के आधार पर ही नगर निकायों को स्वच्छता लीग को लेकर तैयारियां करनी हैैं।पब्लिक की जागरूकता जरूरी


इस लीग में मुख्य फोकस पब्लिक की जागरूकता और उनकी भागीदारी पर किया गया है। नगर निकायों को लेकर सोशल मीडिया से लेकर ग्राउंड लेवल पर पब्लिक को इस लीग से जोडऩा होगा। जिससे पूरे शहर को स्वच्छ बनाया जा सके। खास बात यह है कि इस लीग में स्वच्छता संबंधी टीमें भी बनाई जा सकती हैैं। ये टीमें भी अपने स्तर से लोगों को स्वच्छता लीग से जोडऩे का कार्य करेंगी। इस लीग के अंतर्गत पब्लिक को बताया जाएगा कि किस तरह से उन्हें गार्बेज फ्री सिटी बनानी है और उनकी क्या भूमिका है।स्वच्छता सर्वेक्षण की तर्ज परइस लीग को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की तर्ज पर शुरू किया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में भी पब्लिक फीडबैक लिए जाते हैैं और उसके अंक दिए जाते हैैं लेकिन इस लीग में पब्लिक को जागरूक करने के साथ ही उन्हें इस मुहिम से सक्रिय रूप से जोडऩा भी है। इस लीग में किसी भी बिंदु को लेकर कोई अंक निर्धारित नहीं किए गए हैैं। मतलब साफ है कि 1800 शहरों के बीच स्वच्छता अंकों की कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होगी, पर इतना जरूर है कि सभी शहरों की स्वच्छता से जुड़ी प्रतिष्ठा का सवाल जरूर होगा।हैशटैग पर भी फोकस

इस लीग में सोशल मीडिया का मुख्य रोल होगा। लीग को लेकर कई हैशटैग भी जारी किए गए हैैं। नगर निगम की ओर से पब्लिक को जागरूक करने के लिए जो भी कदम उठाए जाएंगे, उन्हें सोशल मीडिया पर जब रन किया जाएगा तो उक्त हैशटैग का यूज जरूर किया जाएगा। पब्लिक को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिससे स्वच्छता की मुहिम हर गली हर घर तक पहुंच सके।17 सितंबर से स्वच्छता लीग शुरू होने जा रही है। इस लीग का मुख्य उद्देश्य शहरों को क्लीन बनाना है और पब्लिक को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाना है। हमारी ओर से इस लीग को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैैं।-इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive