- प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक से जारी फर्जी नियुक्त पत्र भी दे दिया

- फर्जी नियुक्त पत्र का खुलासा होने पर मुख्य सचिव के साइन किया पोस्टिंग लेटर व नियुक्ति पत्र थमा दिया

- पैसा वापस मांगने पर पीडि़त को ठगों ने दी थी जान से मारने की धमकी

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रुष्टयहृह्रङ्ख : जालसाज व ठगों के लिए सचिवालय मुफीद बन गया है। एक बार फिर सचिवालय में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक युवक से दो लाख रुपये ठग लिये। यहीं नहीं उसे प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक का साइन किया फर्जी नियुक्त पत्र भी थमा दिया। फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो जालसाज एक कदम और आगे बढ़ गए। जालसाजों ने मुख्य सचिव का साइन किया ट्रांसफर व फर्जी नियुक्त पत्र दे दिया। पीडि़त ने जब आरोपियों के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाही तो उसे जान से मारने की धमकी दे डाली। पीडि़त युवक ने इंदिरा नगर थाने में ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं एसटीएफ ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

दो लाख में दे दी क्लर्क की नौकरी

वृंदावन तेलीबाग के बिपेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि उसे सचिवालय में क्लर्क की नौकरी दिलवाने के लिए हरदोई के दुर्गागंज निवासी देवेश कुमार मिश्रा, खीरी का नरेन्द्र कुमार मिश्रा, शशांक गिरी, अनुराग मिश्रा, खालिद बेग और उनके कुछ साथियों ने दो लाख रुपये लिये थे। पैसा लेने के कुछ दिन बाद उन्होंने प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक उ.प्र। शासन द्वारा जारी नियुक्ति पत्र दिया।

नौकरी ज्वाइन करने पहुंचे तो हुआ जालसाजी का खुलासा

बिपेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि नियुक्ति पत्र लेकर जब वह सचिवालय में नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा तो उसे जालसाजी का पता चला। फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बिपेन्द्र जालसाजों के पास पहुंचा तो उन्होंने आश्वासन देकर उसे शांत कराया और मुख्य सचिव उ। प्र। शासन के नाम का एक दूसरा नियुक्ति पत्र व पोस्टिंग लेटर थमा दिया। बिपेन्द्र को पहले नियुक्ति पत्र को लेकर शक था, जिसके चलते दोबारा मिले पोस्टिंग लेटर के साथ नियुक्ति पत्र की उसने जांच कराई। पता चला कि वह भी फर्जी है।

पैसा मांगने पर दे रहे जान से मारने की धमकी

बिपेन्द्र ने अपने साथ हुई ठगी का पता चलने पर आरोपियों से पैसा वापस मांगने का दबाव बनाना शुरू किया। इस शनिवार को आरोपियों ने उसे इंदिरा नगर स्थित अरविंदो पार्क बुलाया। आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगा। जालसाजों की दहशत से परेशान बिपेन्द्र ने उनके खिलाफ इंदिरा नगर थाने में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराई। इंदिरा नगर पुलिस मामले की जांच में जुट गई। वहीं एसटीएफ ने विनीत मिश्रा और देवेश मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने जालसाजों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद किये।

Posted By: Inextlive