- ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होंगे प्रदेश के सभी जिले, लग रहे 300 से अधिक प्लांट

- कोरोना के तीसरे चरण को काबू में करने के साथ इंसेफ्लाइटिस पर नियंत्रण की भी पूरी तैयारी

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को देवरिया और कुशीनगर के तूफानी दौरे में लोगों को भरोसा दिलाया कि कोरोना काल में केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता जीवन के साथ लोगों की जीविका बचाना भी है। इसी रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा है और अपेक्षित परिणाम भी मिले हैं। संक्रमण तेजी से घटा है। जिन ठेले, खोमचे वालों व अन्य गरीबों का रोजगार छिना है, उन्हें आर्थिक मदद दी जा रही है। हर जरूरतमंद को निश्शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भरता के लिए प्रदेश में 300 से अधिक आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की तैयारी के साथ गोरखपुर-बस्ती मंडल की बड़ी समस्या इंसेफ्लाइटिस पर नियंत्रण रखने की भी पूरी तैयारी है।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को दोनों जिलों में इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के साथ कोविड से बचाव व तैयारियों की समीक्षा भी की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमें तेजी से सफलता मिल रही है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जांच बहुत जरूरी है , उत्तर प्रदेश में पूरे देश में सर्वाधिक 4.67 करोड़ जांचें हुई हैं। मई के पहले सप्ताह से ही निगरानी समितियों को गांवों में सक्रिय कर दिया गया। समितियां बेहतर परिणाम दे रहीं हैं। योगी ने उन अनुमानों पर भी सवाल उठाया, जिसमें कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक संक्रमण के केस आएंगे। उन्होंने कहा कि उचित प्रबंधन कर हमने अनुमानों को खारिज किया। प्रदेश में आज सिर्फ 62 हजार ही एक्टिव केस बचे हैं। रिकवरी रेट 95 फीसद है। संक्रमण से ठीक होने के बाद दिखने वाले लक्षणों के इलाज को लेकर पोस्ट कोविड वार्ड भी बनाए गए हैं। ब्लैक फंगस की जांच व इलाज की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने देवरिया में जिला अस्पताल के एमसीएच ¨वग में 150 बेड का पोस्ट कोविड वार्ड बनाने का भी निर्देश दिया। यहां उन्होंने कहा कि कोविड के दूसरे चरण में एक्सप्रेस ट्रेनों व वायुसेना के विमानों से आक्सीजन टैंकर मंगाए गए। हर अस्पताल और हर जरूरतमंद तक आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। 20 हजार आक्सीजन कंसंट्रेटर मंगाए गए हैं, इतने और मंगाए जा रहे हैं। सभी मेडिकल कालेजों में लिक्विड आक्सीजन प्लांट बनवाया जा रहा है। जिला अस्पतालों व सीएचसी पर हवा से आक्सीजन तैयार करने वाले प्लांट लगाए जाएंगे। कोरोना का तीसरा चरण आए, इससे पहले बच्चों के इलाज संबंधी व्यवस्थाएं पुख्ता की जा रही हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल समेत पूरे प्रदेश में पीडियाट्रिक आइसीयू बनाए जा रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्पेशल बूथ बनाकर उनके अभिभावकों के टीका लगाया जाएगा। यूपी में 1.81 करोड़ लोगों को टीका लग चुका है, जिसमें 13.65 लाख युवा हैं। न्यायिक अधिकारियों व मीडिया कर्मियों के लिए टीकाकरण की अलग व्यवस्था की जा रही है।

Posted By: Inextlive