- शिक्षण संस्थानों में बढ़ जाएगा कंप्यूटर का महत्व

LUCKNOW:

एजुकेशन सिस्टम में कंप्यूटर एजुकेशन अब सब्जेक्ट की जगह पैटर्न बनने जा रहा है। इसके लिए प्राइमरी एजुकेशन से लेकर हायर एजुकेशन तक सभी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण के दौरान चली ऑनलाइन टीचिंग ने ही नहीं बल्कि रोजमर्रा के कामों में बढ़ते डिजिटल कल्चर का असर है कि अब यह इसकी जरूरत हर जगह महसूस हो रही है। शिक्षा से जुडे़ जानकार मानते हैं कि आने वाले समय में एजुकेशन का पूरा सिस्टम ही बदलने जा रहा है जो परंपरागत तरीके के साथ ही पूरी तरह ऑनलाइन हो जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले समय में स्टूडेंट्स का पूरा सिलेबस और किताबें ऑनलाइन हो जाएंगी।

होगी ऑनलाइन एजुकेशन

कोरोना महामारी ने सबसे अधिक एजुकेशन सिस्टम को प्रभावित किया है। जिसके विकल्प में ऑनलाइन एजुकेशन प्रचलन में आई है। अब शिक्षण संस्थान तकनीक के जानकार स्टाफ को वरियता देंगे। साथ ही स्टाफ वे सदस्य जो तकनीकी रूप से अधिक सक्षम नहीं हैं, उन्हें भी इसके लिए ट्रेंड किया जाएगा। कोरोना महामारी के दौरान फिजिकल टीचिंग के विकल्प भी उभरे हैं जिसका बेहतरी के लिए प्रयोग अब विभिन्न शिक्षण संस्थान करेंगे।

किन क्षेत्रों में बढ़ेगी एजुकेशन

- शार्ट कोर्स ऑनलाइन

- स्कील ट्रेनिंग

- ऑनलाइन टीचिंग

- इवेंट एजुकेशन

- हेल्थ

- फॉर्मा

- आईटी

इस तरह करना होगा अपडेट

- तकनीक की जानकारी शिक्षण की पहली शर्त होगी

- अकादमिक कैलेंडर का बड़ा हिस्सा होगा टैक्निकल ट्रेनिंग

- लाइब्रेरी होगी फोन और लैपटॉप में

- ई-बुक्स का चलन बढे़गा

- रिमेडी क्लासेज होंगे ऑनलाइन

- स्टाफ का डाटा रहेगा ऑनलाइन

आने वाले समय में हम सबको शिक्षा का नया मॉडल अपनाना होगा। हमें नई शिक्षा प्रणाली के साथ ही एक हाईब्रीड टीचिंग मेथड को अपनाना होगा। जिससे परंपरागत के साथ ही ऑफलाइन मोड में भी पढाई चलती रहे।

रिचा खन्ना, डिस्टिक ट्रेनिंग कोआरिडनेटर

अब स्टाफ की भर्ती चाहें लिटरेचर की क्यों न हो तकनीक की जानकारी जरूरी और अनिवार्य शर्त होगी। अब भौतिक से अधिक डिजिटल चीजों की जरूरत होगी।

आलोक कुमार राय, वीसी, एलयू

इस महामारी ने काफी सबक दिया है और बहुत सारी चीजें बदलने वाली हैं। लोगों का माइंड सेट बदला है अब स्टूडेंट ही नहीं टीचिंग स्टाफ भी हाईटेक होगा और कैंपस भी।

शर्मिला सिंह, प्रिंसिपल, सेंट टेरेसा

Posted By: Inextlive