गोमती तट पर चल रहे उत्तराखंड महोत्सव के पांचवें दिन मध्य प्रदेश उत्तराखंड तथा स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इंद्रधनुषी छटा बिखेरी। शनिवार का दिन होने के कारण शाम को महोत्सव में काफी संख्या में लोग आए और यहां न सिर्फ जमकर खरीदारी की बल्कि उत्तराखंड के जायकों का भी मजा लिया।

लखनऊ (ब्यूरो)। आशीष शुक्ला के नेतृत्व में कुछ तो कहो में नशा के बारे में लोगों को आगाह किया गया। समूह नृत्य की प्रतियोगिता सीता नेगी, हेमा बिष्ट, सुनीता कनवाल, विद्या सिंह एवं राजेश्वरी रावत के नेतृत्व में आयोजित की गईं।

कलाकारों ने बांधा समां
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत भारती बिष्ट के दल ने हाथ पैरेली घडि़ला तथा तेरी नखरा देखी गढ़वाली प्रस्तुति देकर दर्शकों को आकर्षित किया। स्वरा त्रिपाठी के एकल नृत्य ने तालियां बटोरी तथा वागीशा पंत का एकल नृत्य भी काफी सराहा गया। पूनम सोनी के नेतृत्व में कलाकारों द्वारा श्री गणेश वंदना की भक्तिमय प्रस्तुति दी। महेंद्र गैलाकोटी के नेतृत्व में कलाकारों द्वारा झोड़ा नृत्य, बागेश्वरा की कमला छोरी, राणीखेता रामढोला तथा महेंद्र गैलाकोटी एवं ईशा बड़शिलिया ने युगल नृत्य थल की बाजार आदि प्रस्तुत दे धूम मचा दी।

लोक संस्कृति से परिचित कराया
उत्तर मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र प्रयागराज से भेजे गए दल ने नौरता एवं बधाई नृत्य प्रस्तुत किया। संजय श्रीवास्तव ने भजन व गजल की प्रस्तुति दी। उत्तराखंड के लोक गायक गिरीश बुगियाल ने कुमांऊनी लोकगीत गाकर श्रोताओं का मनोरंजन किया। पिंकी नौटियाल के नेतृत्व में शिव तांडव, मिजाज सुनैना, जाघु कमला क्यू खड़ी-खड़ी तथा मार्डर्न कुमांऊ आदि की प्रस्तुति दी गई।

Posted By: Inextlive