- कॉमेडियन भारती सिंह के चुलबुले अंदाज ने लखनवाइट्स को हंसाया

LUCKNOW : मैं बचपन से मोटी थी। मेरे मोटापे का लोगों ने हमेशा मजाक भी उड़ाया, लेकिन आज यह मोटापा मेरी वीकनेस नहीं, बल्कि स्ट्रेंथ बन गया। लोगों को मैं मोटी नहीं नजर आती, बल्कि बहुत क्यूट और टेडी बियरकी तरह दिखती हूं। यह कहना है एक्टर और कॉमेडियन भारती सिंह का। वह सैटरडे को एक प्रोग्राम के सिलसिले में लखनऊ पहुंची।

स्टेज पर जाने से डरती हूं

भारती कहती हैं कि 7 साल हो गए लोगों को हंसाते हुए, मगर आज भी जब मैं स्टेज पर जाती हूं तो सोचती हूं कि मुझसे नहीं हो पाएगा, कोई बैक डोर मिल जाए, जहां से तुरंत भाग लूं। पर जब ऑडियंस से पहली ताली की आवाज सुनाई देती है तो जुबान भी चलने लगती है और स्क्रिप्ट भी याद आती है और एक्सप्रेशन भी जाग जाते हैं।

कॉमेडी है ऑब्जर्वेशन

लोग मुझसे कहते हैं 'यू आर वेरी स्पॉनटेनियस'। तब मुझे लगता है यह काबिलियत गॉड गिफ्टेड है। आज भी जब मैं इमिग्रेशन पर थी तो लोग देख कर हंस रहे थे। मैंने पूछा, क्यों हंस रहे हैं तो बोले आप को देख कर खुद-ब-खुद गुदगुदी होने लगती है। मैं खुश हूं कि लोगों की खुशी का सबब बन जाती हूं और मेरे लिहाज से कॉमेडी ऑब्जर्वेशन है। जो लोग पहले मोटापे का मजाक उड़ाते थे, आज वही लोग मेरे साथ फोटो खिंचवाने के लिए क्रेजी नजर आते हैं।

कपिल के साथ कोई कॉम्पटीशन नहीं

कॉमेडियन कपिल शर्मा को अपना कॉम्पटीटर के रूप में देखने के सवाल पर भारती कहती हैं कि हर्गिज नहीं, मैं और कपिल भाई दोनों पंजाब के हैं और एक साथ मुम्बई के लिए करियर बनाने निकले थे और आज खुशी होती है उनको इस मुकाम पर देखकर। उनसे मेरा पारिवारिक रिश्ता है और कॉम्पटीशन का तो कोई सवाल ही नहीं उठता। वो मेरे टीचर रहे हैं। जब मैं कॉलेज में यूथ फेस्टिवल में पार्टिसिपेट करती थी तो अक्सर वो मुझे सिखाने के लिए आते थे।

अभी तो शुरुआत है

इन सात सालों के सफर को मैं जब देखती हूं तो लगता है कि अभी तो शुरुआत हुई है। कलाकार ने जिस दिन यह सोच लिया कि उसने सब कुछ पा लिया है, उस दिन वो गिरना शुरू हो जाता है। सच कहूं तो मैं कपिल भाई जैसी बनना चाहती हूं। उनके सामने बोलते हुए मेरी हालत खराब हो जाती है। आई वांट टू बिकम लेडी कपिल।

हां, मैं बहुत फूडी हूं

खाने का नाम आते ही भारती की जुबान पर पूरा मेन्यू लिस्टेड हो जाता है। वो कहती हैं कि हां, मैं बहुत फूडी हूं और आजकल जिस जगह शूटिंग हो रही है, वहां से एक घंटे की दूरी पर मेरा घर है तो मुझे छोड़ के मेरी गाड़ी खाने का डिब्बा लेने घर वापिस जाती है। भारती ने बताया कि उन्हें खाने में राजमा चावल, आलू गोभी के पराठे, पुदीने की चटनी, देसी घी, बटर नॉन खूब पसंद है।

बस टीवी में दिखना है

जब 7 साल पहले मैं इस इंडस्ट्री में आई तो पहले से ही कई सारे ऐसे कॉमेडियन थे, जो लोगों को गुदगुदाने की कला बखूबी जानते थे। ऐसे में खुद को स्थापित करना जरा मुश्किल था, लेकिन मैं एक बात सोच कर आई थी कि टीवी पर दिखना है। बस इसी टारगेट को फॉलो किया।

फ्लाइट में कबाब दिखने लगे थे

लखनऊ का जिक्र आते ही भारती कहती हैं कि फ्लाइट में मुझे कबाब दिखने लगे थे। यहां का खाना पहले नंबर पर और फिर आप लोग। आप लोग जिस तरह से बात करते हैं, उसमें कहीं से भी परायापन नहीं लगता।

Posted By: Inextlive