- पीजी प्रवेश परीक्षा की मेरिट में गड़बड़ी के आरोपों की जांच करेगी तीन सदस्यीय कमेटी

LUCKNOW:

लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीजी प्रवेश परीक्षा की मेरिट में गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी ने पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए प्रस्तावित काउंसिलिंग शेड्यूल को अभी टाल दिया है। ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह ही स्टूडेंट्स ने प्रवेश समन्वयक प्रो। अनिल मिश्रा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पीजी के चार विषयों की मेरिट सूची में बदलाव किया है। कमेटी दो दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।

चार सब्जेक्ट की बदली थी मेरिट

पीजी में दाखिले के लिए एलएलएम, एमएससी बॉटनी, एमएससी जूलॉजी और एमएससी मैथ की जारी मेरिट सूची को लेकर स्टूडेंट्स ने वीसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। स्टूडेंट्स ने प्रवेश समन्वयक प्रो। अनिल मिश्रा पर आरोप लगाया था कि वे अपने चहेतों को एडमिशन दिलाना चाहते हैं, जिस कारण मेरिट में बदलाव किया गया है। गौरतलब है कि इस विवाद को लेकर स्टूडेंट्स लखनऊ यूनिवर्सिटी में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच की जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।

11 नवंबर तक देनी है रिपोर्ट

कुलसचिव विनोद सिंह ने विधि प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो। डीएनएनएस यादव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी के गठन का आदेश दिया गया है। इसमें वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो। अवधेश त्रिपाठी और मनोविज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो। मधुरिमा प्रधान बतौर सदस्य शामिल हैं। कमेटी 11 नवंबर तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

Posted By: Inextlive