500 रुपये का लाइसेंस न बनवा सके, 5 हजार जुर्माना देकर जर्मन शेफर्ड छुड़वाया
- 5 हजार रुपये जुर्माना लाइसेंस न होने पर
- 300 लोगों ने शुक्रवार को लाइसेंस बनवाए - 200 से अधिक घरों की जांच की गई - 2 टीमें बनाई गई हैं चेकिंग के लिए - नगर निगम ने पालतू डॉगी का लाइसेंस न लेने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया - दो टीमें बनाई गईं, शुक्रवार को 300 लोगों ने बनवाया लाइसेंस LUCKNOW: नगर निगम से पेट डॉग का लाइसेंस न बनवाने वाले अब मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे चेकिंग अभियान में उन्हें 5 हजार रुपये जुर्माना देकर अपना पेट डॉग छुड़वाना पड़ रहा है जबकि लाइसेंस बनवाने की फीस 500 रुपये मात्र है। निगम टीमों ने शुक्रवार को कई इलाकों में अभियान चलाकर ऐसे डॉग्स की धरपकड़ की, जिन्होंने निगम से अभी तक लाइसेंस नहीं बनवाया था। दो टीमें बनाई गईंनिगम की ओर से पेट डॉग्स का लाइसेंस चेक करने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। एक टीम ट्रांसगोमती में अभियान चला रही है जबकि दूसरी सिस गोमती एरिया में। दोनों टीमों का मुख्य फोकस पार्को के साथ-साथ ऐसे मार्ग हैं, जहां लोग अपने पेट डॉग्स लेकर आते हैं।
200 घरों की जांचचेकिंग टीमों की ओर से एक तो पाकरे, मुख्य मार्गो पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ घरों में पेट डॉग्स को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। शुक्रवार को सिस और ट्रांसगोमती मिलाकर करीब 200 घरों की जांच की गई और 10 हजार से अधिक जुर्माना किया गया।
5 हजार जुर्माना अगर किसी व्यक्ति के पास पेट डॉग का लाइसेंस नहीं मिलता है तो उस पर 5 हजार रुपये जुर्माना किए जाने का प्राविधान है। शुक्रवार को दो दर्जन से अधिक लोगों से जुर्माना वसूल किया गया। लाइसेंस बनवाने में सुस्त पेट डॉग्स का लाइसेंस बनवाने को लेकर लोगों की ओर से अक्सर लापरवाही बरती जाती है। आलम यह है कि पिछले छह माह में सिर्फ 1200 पेट डॉग्स के लाइसेंस बनाए गए हैं, जबकि यह आंकड़ा कहीं अधिक होना चाहिए था। लाइसेंस फीस एक नजर में 500 रुपये हाईब्रिड डॉग के लिए 300 रुपये नॉर्मल ब्रीड के लिए 200 रुपये स्ट्रीट ब्रीड के लिए वर्जन पेट डॉग्स के लिए लाइसेंस बनवाना जरूरी है। अगर कोई लाइसेंस नहीं बनवाता है तो उस पर पांच हजार का जुर्माना किया जाएगा। चेकिंग शुरू होते ही लाइसेंस बनवाने वालों की भीड़ लग गई है। डॉ। अरविंद राव, ज्वाइंट डायरेक्टर, अर्बन लोकल बॉडी