केजीएमयू के कर्मचारी लंबे समय से कैडर पुनर्गठन की मांग कर रहे हैं। इस मांग पर सुनवाई न होने पर नाराज कर्मचारियों ने मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी थी। जिसके चलते हजारों मरीजों को बिना डॉक्टर को दिखाए ही लौटना पड़ा था।


लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू कर्मचारी संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गई। हड़ताल खत्म होते ही रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर ओपीडी और सैंपल कलेक्शन काउंटर के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लग गई। वहीं, सुबह पहुंची भीड़ के चलते ओपीडी के बाहर अफरातफरी का माहौल बन गया, जिसके चलते व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मियों को वहां बुलाना पड़ा।मरीजों को मिली बड़ी राहतकेजीएमयू के कर्मचारी लंबे समय से कैडर पुनर्गठन की मांग कर रहे हैं। इस मांग पर सुनवाई न होने पर नाराज कर्मचारियों ने मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी थी। जिसके चलते हजारों मरीजों को बिना डॉक्टर को दिखाए ही लौटना पड़ा था। बुधवार सुबह बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए केजीएमयू पहुंच गए। किसी तरह सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें नियंत्रित कर हालात सामान्य किए।आंदोलन स्थगित किया गया


कर्मचारी परिषद केजीएमयू के अनुसार एसीएस चिकित्सा शिक्षा और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएम योगी से कर्मचारी की संवर्गीय पुनर्गठन मांग पर वार्ता की। जिस पर सीएम योगी ने अपनी सहमति देते हुए एसीएस चिकित्सा शिक्षा व एसीएस वित को निर्देशित कर शीघ्र संवर्गीय पुनर्गठन करने के निर्देश दिए। वहीं कर्मचारी परिषद की कुलसचिव, वीसी और सीएमएस के साथ एसीएस चिकित्सा शिक्षा के आवास पर बैठक की गई। जिसमे एसीएस चिकित्सा शिक्षा ने अवगत कराया है कि मांग पूरी करने को निर्देशित किया गया है। जिसके तहत विगत एक माह में कर्मचारियों के लंबित 33 कैडर का शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। इसे देखते हुए कर्मचारी परिषद द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन अल्प समय के लिए स्थगित किया जाता है।कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित कर दी है। सभी मरीजों को देखा गया है। फिलहाल स्थिति पूरी नार्मल है।-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ताकेजीएमयू में लगेगी नई एमआरआई और सीटी स्कैन मशीनकेजीएमयू में जल्द जांच के लिए दो एडवांस एमआरआई और सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएगी। यह पूरी कवायद पीपीपी मॉडल पर संस्थान की निर्भरता को कम करने के लिए किया जा रहा है। ये मशीनें इसी साल आ जाएंगी। केजीएमयू में रोज पांच हजार से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते हैं और करीब रोज 200 से अधिक मरीजों को एमआरआई और सीटी स्कैन जांच लिखी जाती है। इन जांचों के लिए मरीजों को कई बार काफी इंतजाम भी करना पड़ता है। पीपीपी मॉडल पर लगी मशीन पर जांच के लिए पैसा भी अधिक देना होता है। इस समस्या को देखते हुए ही नई मशीनें लगाने का निर्णय लिया गया है।अक्टूबर में मिलेंगी मशीनें

वीसी डॉ। बिपिन पुरी के मुताबिक संस्थान में 3-टेस्ला एमआरआई मशीन आने वाली है। कंपनी इसे अक्टूबर में डिलीवर करेगी। संस्थान में अभी एक 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन लगी है। अब एक और 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन दिसंबर में लग जाएगी। रेडियोलॉजी विभाग आज के मेडिकल दौर में डायग्नोसिस का बेसिस है। यह ट्रीटमेंट के लिए जरूरी होता है। मशीन के आने से पीपीपी मॉडल पर लगी मशीन पर निर्भरता कम होगी और मरीजों को जांच के लिए अधिक इंतजार भी नहीं करना होगा।संस्थान में एमआरआई और सीटी स्कैन मशीन लगेगी। जिससे मरीजों को इलाज में फायदा मिलेगा। -डॉ। बिपिन पुरी, वीसी केजीएमयू

Posted By: Inextlive