- कस्टम विभाग के आंकड़े खुद बयां कर रहे हैं सारी कहनी

- पिछले साल कुल 22 केस गोल्ड स्मगलिंग के आए अमौसी एयरपोर्ट में

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LUCKNOW: इसे कस्टम विभाग का खेल कहें या लापरवाही। जिस एयरपोर्ट पर बीते एक साल में गोल्ड रिकवर करने का रिकॉर्ड बनाया गया है, उसी एयरपोर्ट की एक और हकीकत यह है कि यहां पांच लाख से कम के गोल्ड आज तक रिकवर नहीं किये गये। यानी सोने की चेन गले में डालकर या फिर हाथ में उसका कड़ा पहन कर लोग आसानी से एयरपोर्ट क्रास कर जा रहे हैं और कस्टम विभाग को इसकी जानकारी नहीं होती।

यह हम नहीं कर रहे हैं

यह हम नहीं कह रहे, बल्कि कस्टम विभाग के आंकड़े कह रहे हैं। हाल ही में कस्टम कमिश्नर ने बताया था कि लखनऊ ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए अमौसी एयरपोर्ट से करोड़ों रुपये के गोल्ड रिकवर करने का दावा किया था। बीते एक साल में एयरपोर्ट से ख्ख् केस पकड़े गये थे। जिसमें से कई तरह से गोल्ड स्मगलिंग का मामला सामने आया था, लेकिन कोई भी मामला पांच लाख से कम का नहीं था। इसके दो ही मतलब हो सकते हैं। पहला या तो कस्टम विभाग पांच लाख से कम कीमत के गोल्ड को हाथ नहीं लगाता या फिर कोई पांच लाख से कम वैल्यू का गोल्ड कैरी नहीं करता। तीसरा पहलू यह है कि इतने एमाउंट के गोल्ड में हेराफेरी आसानी से हो जाती है।

बात यहां ईगो की तो नहीं

एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के अधिकारियों और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रहते। यह दोनों विभाग अलग-अलग हैं। कस्टम विभाग के अधिकारियों की तैनाती सेंट्रल गवर्नमेंट का कस्टम विभाग करता है। एक अधिकारी ने नाम ना छापे जाने की शर्त पर बताया कि दोनों ही विभाग आपस में अपने आप को सुपिरियर समझते हैं। दोनों विभागों के बीच अक्सर ईगो की भी प्रॉब्लम आती है। अक्सर पैसेंजर शिकायत एयरपोर्ट अथॉरिटी से करता है और एयरपोर्ट अथॉरिटी के लोग कस्टम विभाग के अधिकारियों को रिफर कर देते हैं, लेकिन कार्रवाई कोई नहीं होती।

नियम तो कुछ यूं कहते हैं

विदेश में एक साल से अधिक रहने पर महिला एक लाख रुपये तक के और पुरुष भ्0 हजार रुपये तक गोल्ड अपने साथ ला सकता है। अगर इस अवधि के अंदर एक ग्राम भी सोना कैरी किया जाता है तो यह स्मगलिंग का मामला बनता है। इसी साल जनवरी से अब तक क्8 मामले पकड़े जा चुके हैं, जबकि पिछले फाइनेंशियल ईयर में यह संख्या कुल ख्फ् थी।

फ्ब् किलो म्फ्भ् ग्राम सोना रिकवर

कस्टम कमिश्नर अजय दीक्षित ने बताया कि करेंट फाइनेंशियल ईयर में प्रदेश में कुल फ्भ् मामले गोल्ड स्मगलिंग के सामने आये हैं। इसमें ख्फ् मामले लखनऊ एयरपोर्ट से और बाकी इंडो-नेपाल बॉर्डर से गोल्ड की स्मगलिंग के मामले हैं। इन मामलों में कुल क्फ् लोगों को अरेस्ट किया गया है। इसमें एयरपोर्ट से ब् और इंडो-नेपाल बॉर्डर से 9 लोग शामिल हैं। इस दौरान कुल दस करोड़ म्म् लाख की कीमत के फ्ब् किलो म्फ्भ् ग्राम सोना रिकवर किया गया है।

कई बार खाड़ी देशों में जाने वाली महिलाएं यहां से गोल्ड चेन या बैंगिल लेकर जाती हैं और वही वापस लेकर आती हैं। ऐसा नहीं है कि पांच लाख से कम के केसेस बिल्कुल नहीं आते, इनका भी रिकॉर्ड होता है, फिलहाल इसका रिकॉर्ड मेरे पास नहीं है। दोबारा आइएगा तो निकलवा कर रखूंगा।

- अजय दीक्षित

कमिश्नर, कस्टम डिपार्टमेंट, यूपी

Posted By: Inextlive