- टक्कर के बाद नाले में गिरी बाइक पर गिरी कार

- कार सवारों को पुलिस ने निकाला, बाइक सवार को किया अनदेखा

LUCKNOW : विभूतिखंड में तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में कार और बाइक दोनों गहरे नाले में जा गिरी। पुलिस ने कार सवार पांच लोगों को बाहर निकाला और उनका इलाज कराकर उन्हें छोड़ दिया। पुलिस ने नाले में गिरे बाइक सवार युवक को ढूंढ़ने की कोशिश नहीं की। वहीं सुबह नाले में शव उतराता हुआ मिला तो पुलिस हरकत में आई। युवक के शव को बाहर निकलवाया और परिजनों को सूचना दी। पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस ने पिता की तहरीर पर कार सवार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली।

कार की टक्कर से नाले में गिरा युवक

इंस्पेक्टर विभूतिखंड राजीव द्विवेदी के अनुसार रविवार रात करीब 1.15 बजे एमजे ग्रैंड लॉन चौराहे के पास इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार (यूपी 32 जेयू 2888) ने फैजाबाद रोड की ओर जा रहे बाइक सवार डिलीवरी ब्वॉय आलोक कुमार दुबे (26) की बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक समेत आलोक उछलकर 15 फुट गहरे नाले में जा गिरा। कार भी अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी। आलोक कार के नीचे दब गया। राहगीरों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना के कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई।

पुलिस की दिखी लापरवाही

पुलिस ने कार सवार पांच लोगों को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। इलाज के बाद उन लोगों को पुलिस ने बिना पूछताछ के ही छोड़ दिया। इस दौरान पुलिस ने यह जहमत उठाना मुनासिब नहीं समझा कि नाले में गिरी बाइक चलाने वाला शख्स आखिर कहां गया। पुलिस ने बाइक सवार को नाले में खोजना भी जरूरी नहीं समझा। वहीं कार सवारों ने भी पुलिस को नहीं बताया कि उनकी गाड़ी के नीचे बाइक सवार दबा हुआ है। सोमवार को आलोक का शव नाले में उतराता मिलने पर इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और परिजनों को सूचना दी।

बच सकती थी आलोक की जान

पिता देवेंद्र के मुताबिक आलोक की मौत की जानकारी उनको सोमवार सुबह हुई। उनका बेटा ऑफिस नहीं पहुंचा तो छानबीन शुरू की। पता चला कि रात में सड़क हादसा हुआ था, जिसमें कार ने बाइक को टक्कर मार दी थी। हादसे में उसकी मौत हो गई है। पिता ने बताया कि कार सवार पांच लोगों को पुलिस ने नाले से बाहर निकाल लिया जबकि हादसे के चलते उसकी नाले में डूबने से मौत हो गई। समय से उसे बाहर निकाल लिया जाता तो जान बच सकती थी। पिता का कहना है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से उसके बेटे की मौत हुई है। वहीं पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद भी कार सवार युवकों ने उन्हें आलोक के दबे होने की जानकारी नहीं दी थी।

इकलौता बेटा था आलोक

पिता देवेंद्र दुबे ने बताया कि आलोक उनका इकलौता बेटा था। इसके अलावा दो छोटी बेटी अंजली और आयुषी हैं। आलोक एक निजी डिलीवरी कंपनी में नौकरी कर अपने दो बच्चों आर्या (7) और शिवांश (3) का भरण पोषण करता था। आलोक देररात डिलीवरी कैंसिल होने के बाद वापस विभवखंड में स्थित एक रेस्टोरेंट जा रहा था।

गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

पिता देवेंद्र दुबे की तहरीर पर पुलिस ने कार नंबर के आधार पर पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार कार में बहराइच के गुलाम अली का पुरवा निवासी मोहम्मद शरीफ के अलावा जावेद, अली तय्यब, डीके तिवारी और मोहम्मद जावेद निवासी गुलाम अली सवार थे। कार विभवखंड निवासी जफर उल्लाह खान के नाम से है।

Posted By: Inextlive