- शरीर दर्द, सीने में दर्द सहित कई समस्याएं हो रही

- फॉलो करें पोस्ट कोविड गाइडलाइन

LUCKNOW: कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी को मात देने के बावजूद लोगों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। खासकर वेंटिलेटर पर कई दिन गुजारने वाले ठीक हो चुके मरीजों में कई तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं, जिसमें ठीक होने के बाद भी शरीर में दर्द, सीने में दर्द या फिर सांस लेने में समस्या, खांसी आदि देखने को मिल रहा है। इसकी वजह से कई मरीज ठीक होने के बाद भी हॉस्पिटल में भर्ती रहकर इलाज करवा रहे हैं। एक्सपर्ट का भी मानना है कि पोस्ट कोविड पीरियड में इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है, जो एक महीने से अधिक तक रह सकती हैं। ऐसे में घबराने की जगह अपने डॉक्टर्स के संपर्क में रहें।

कई तरह की समस्या

केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने भी बताया है कि ऐसे कई केसेज सामने आ रहे हैं, जिसमें कोरोना से ठीक होने के बावजूद लोगों में कई तरह की समस्या देखने को मिल रही है, जिसमें ठीक हो चुके गंभीर मरीजों में समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। ऐसे में लोगों को ठीक होने के बाद भी सतर्क रहने की जरूरत है।

बुखार और कमजोरी ज्यादा

केजीएमयू के एमएस डॉ। डी हिमांशु बताते हैं कि पोस्ट कोविड मरीजों में बुखार या रेशेज देखने को मिल रहे हैं। इसके अलावा थकान, कमजोरी आना और सूखी खांसी की समस्या ज्यादा आ रही है। इसके अलावा पैरों में जकड़न की भी समस्या हो सकती है, जो कैल्शियम की कमी के कारण देखने को मिलती है। ऐसे में लोगों को पोषण युक्त डायट और ज्यादा से ज्यादा रेस्ट करने के लिए कहा जाता है। मरीजों को डिस्चार्ज होने पर घर जाने पर कई सुझाव दिए जाते हैं।

यह दिये जाते हैं सुझाव

- आराम करना, ज्यादा काम न करना, भाप और गरारे करते रहना

- डीप ब्रीथिंग एक्सरसाइज करते रहना

- डॉक्टर्स के परामर्श से मल्टीविटामिन और कैल्शियम का सेवन करें

- गंभीर मरीज जो ठीक होते हैं उनको ज्यादा आराम करना चाहिये

- जितना हो सके घर से बाहर निकलने से बचना चाहिये

- कोई भी भारी या थकाने वाला काम करने से बचना चाहिये

- समय समय पर अपना तापमान और ऑक्सीजन लेवल भी चेक करते रहना चाहिए

- कोई भी दिक्कत होने पर तत्काल अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उचित परामर्श लें

निमोनिया की समस्या ज्यादा

केजीएमयू के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। वेद प्रकाश बताते हैं कि पोस्ट कोविड वाले कई मरीज परामर्श और इलाज करा रहे हैं, जिसमें एक्यूट पेशेंट ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। खासकर निमोनिया वाले पेशेंट ज्यादा आ रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को ठीक करके उनकी जान बचाने को काम करने के साथ डिस्चार्ज किया जा रहा है। इसके अलावा रिहेबिटिलेशन का भी काम कराया जा रहा है। वहीं लंग्स की दिक्कत और ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ रही है। ऐसो को ही भर्ती करके उपचार किया जा रहा है। दूसरी ओर कोरोना से ठीक हुए गंभीर रोगियों में फाइब्रोसिस यानि फेफड़े के सिकुड़ने की शिकायत देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से लचीलेपन और सांस लेने में कमी देखी जा रही है, लेकिन यह देखने की जरूरत है कि बीमारी की वजह से कितने पसर्ेंट फाइब्रोसिस हो गया है। यह बदलाव कितना आया है कि इसके लिए पोस्ट कोविड पीएफटी और रेडियोलॉजिकल जांच करनी होगी। जिन मरीजों को ठीक होने के बाद भी सांस लेने में समस्या आ रही है, उनको डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ सांस रोकने की एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं समय पर लेते रहें और अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें।

वायरल फीवर में होता है दर्द

सिविल हॉस्पिटल में आर्थोपेडिक डॉ। सीएस नेगी बताते हैं कि कोरोना से ठीक हुए लोगों में पेन से ज्यादा वीकनेस की समस्या देखने को मिल रही है। हर वायरल फीवर के बाद ज्वाइंट में दर्द की समस्या सामने आती है क्योंकि कभी कभी इनका एंटीजन ग्रोथ ज्वाइंट मेमब्रेन में जमा हो जाता है जैसा कि चिकनगुनिया में भी देखा जाता है। ऐसे पैटर्न को कोरोना संक्रमण में भी देखा जा रहा है। यह समस्या लोगों में 15 दिनों से लेकर 1 महीने तक देखी जा रही है। ऐसे में विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन करना चाहिए, जो डॉक्टर के बताये अनुसार ही करना चाहिए।

प्रोटीन इनटेक ज्यादा लें

पीजीआई में डायटीशियन डॉ। शिल्पी पांडे बताती हैं कि कोविड के दौरान लोगों को खाना आम दिनों के मुकाबले काफी कम हो जाता है। ऐसे में ठीक होने के बाद थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए। खासकर अपनी डायट में प्रोटीन इनटेक ज्यादा लेना चाहिए। ब्रेक फास्ट में दूध, दही, पनीर और छेना को शामिल किया। इसके अलावा फल भी लेना चाहिए। नॉन डायबिटिक कोई भी फूड ले सकते हें अगर डायबिटिक हैं तो कम मात्रा में लें। इसके अलावा ठंडी चीजों को बिलकुल न खाएं और न ही पीएं। इनसे बचना चाहिए। इसके अलावा स्टीम लेते रहें। दिनभर में 3 से 6 बार खाना चाहिए। लंच और डिनर के बीच सत्तू, चाय के साथ पनीर या अंडा ले सकता है। साथ ही फैट के लिए नारियल तेल, ऑलिव ऑयल, घी, नट्स आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।

रात को हल्का लें डिनर

डॉ। शिल्पी बताती हैं कि रात के डिनर में हल्का रखना चाहिये। रोटी सब्जी ले सकते हैं। राजमा, छोला या नॉनवेज खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह हैवी होता है। इसको दिन के लंच में ले सकते हैं। रात को हल्दी वाला दूध जरूर लें, पोस्ट कोविड दवा से लूज मोशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में दही का इस्तेमाल करना चाहिये। हींग और जीरे का तड़का लगाकर ले सकते हैं।

डायबिटिक रखें खास ध्यान

पोस्ट काविड में डायबिटिक और हार्ट पेशेंट को ज्यादा ध्यान रखना चाहिये। स्टेरायड पर रहे हैं तो शुगर बढ़ जाता है। ऐसे में तरबूज और खरबूज न खाएं। कैलरी लेना है कि रोटी की मात्रा ज्यादा न हो। आटे में चना, बेसन व सत्तू मिलाकर ले सकते हैं। इसके अलावा दूध में ओट्स या दलिया डाल कर के ले सकते हैं। डायबिटिक के लिए थ्री मील्स टू स्नैक्स स्टेंडर्ड डायट होता है। आजकल मौसमी और संतरा के साथ चना, मूंग स्प्राउट ले सकते हैं, जो शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है, लेकिन अगर आप कुछ नहीं खा पा रहे हैं तो थोड़ी थोड़ी मात्रा में सब ले सकते हैं।

यह करें अवाइड

आलू, साबूदाना और नींबू पानी कम लेना चाहिए। इससे रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस की समस्या हो सकती है। इसकी जगह नारियल पानी लिया जा सकता है। इसके अलावा ज्यादा कार्बोहाईड्रेट्स इनटेक करने से बचना चाहिए, जो रोजाना के हिसाब से 100-150 ग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

यह परेशानी आ रही सामने

- पैरों में दर्द बना रहना

- पैरों में जकड़न होना

- थकान व कमजोरी महसूस होना

- सीने में दर्द की शिकायत

- सांस लेने में समस्या

- ऑक्सीजन लेवल में उतार चढ़ाव आना

फॉलो करें गाइडलाइन

- पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी पीएं

- मास्क, सोशलडिस्टेंस और हैंड एंड रेस्पेरेटरी हायजीन बनाकर रखें

- इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाने पर जोर

- पर्याप्त मात्रा में नींद और आराम करें

- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लेते रहें

- बॉडी टेम्पवरेचर, हार्ट रेट, पल्स रेट आदि चेक करते रहें

- हल्दी मिला दूध का सेवन करें

- हल्दी और नमक मिले पानी से गरारा करें

कोट

पोस्ट कोविड लोगों में बुखार, रेशेज, थकान व सूखी खांसी आदि देखने को मिल रहा है। ऐसे में उनको ज्यादा आराम करने, पोषण युक्त खाना खाने के लिए कहा जाता है।

। डॉ। डी हिमांशु, केजीएमयू

इसबार पोस्ट कोविड लोगों में निमोनिया की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है, जिसके लिए लोगों को भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। साथ ही ब्रीथिंग एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है।

। डॉ। वेद प्रकाश, केजीएमयू

पोस्ट कोविड लोगों को धीरे धीरे को खाना चाहिए। खाने में प्रोटीन की मात्रा अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स वाली चीजें खाने से बचना चाहिए।

। डॉ। शिल्पी पांडे, पीजीआई

Posted By: Inextlive