डीआईजी की पत्नी ने फांसी लगा दी जान
- सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर पर संदिग्ध हालात में फंदे से झूलता मिला शव
- हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी के सदस्य हैं डीआईजी - नहीं मिला कोई सुसाइड नोट, पारिवारिक कलह बताई जा रही आत्महत्या की वजह LUCKNOW: हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी टीम के सदस्य और उन्नाव में पीटीएस में तैनात डीआईजी की पत्नी शनिवार सुबह संदिग्ध हालात में पंखे से लटकती मिलीं। परिजन उन्हे आनन-फानन में लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। वह परिवार के साथ सुशांत गोल्फ सिटी में रहती थीं। पुलिस को जांच के दौरान मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या की वजह पारिवारिक कलह बताई जा रही है। वहीं पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। सुबह से थी किसी टेंशन मेंडीआईजी चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा (36) सुशांत गोल्फ सिटी में पॉकेट डी 2ख्/147 में अपनी दो बेटियों अनन्या, कृतिका और बेटा दिव्यांश के साथ रहती थी। बताया जा रहा है कि वह शनिवार सुबह किसी बात को लेकर टेंशन में थी। वह सुबह करीब दस बजे अपने कमरे में गई और पंखे से दुपट्टे के सहारे फांसी लगा ली। परिजनों ने जब उन्हे पंखे से लटकता देखा तो उतारकर लोहिया लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चल रही मामले की जांच जेसीपी नवीन अरोड़ा ने बताया कि डीआईजी चंद्र प्रकाश द्वितीय की पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की है। घटना की जानकारी परिजनों से मिली। आत्महत्या के कारण का अभी तक पता नहीं चल सका। परिजनों के बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी मामले की जांच चल रही है। जांच के दौरान मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने डीआईजी की बेटियों और घर में खाना बनाने वाले कुक अशोक संग नीरज से पूछताछ की। सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंचे कई अधिकारी वहीं हादसे की जानकारी मिलने पर डीआईजी चंद्र प्रकाश के साथी अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी होने पर जेसीपी नवीन अरोड़ा, एडीजी फर्स्ट चंद्र प्रकाश, डीजी फायर अजय, डीसीपी पूर्वी चारू निगम, डीसीपी दक्षिणी रईश अख्तर, एडीसीपी दक्षिणी सुरेश चंद्र रावत, एसीपी डॉ। अर्चना सिंह समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।