न हो गोवंश या किसी प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी
- बकरीद पर सरकार की गाइडलाइन, प्रशासन रखेगा नजर
- एक समय में एक स्थान पर एकत्र हो सकेंगे सिर्फ पचास लोग LUCKNOW : कांवड़ यात्रा को तो सरकार ने कांवड़ संघों से अनुरोध कर स्थगित करा दिया, अब बकरीद को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है कि कहीं इस बड़े त्योहार की वजह से भी संक्रमण न फैल जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ-सफाई और शारीरिक दूरी के पालन के निर्देश के साथ स्पष्ट कहा है कि गोवंश, ऊंट या किसी प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी न हो पाए। सरकार ने जारी किए निर्देशईद-उल-अजहा बुधवार को मनाया जाएगा। इस त्योहार को व्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से मनाने के लिए सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। सोमवार को लोकभवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बकरीद से जुड़े किसी आयोजन में 50 से अधिक लोग एक स्थान पर एक समय में एकत्रित न हों। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह सुनिश्चित करे कि गोवंश, ऊंट या किसी प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी न हो। प्रशासन यह भी देखे कि जानवरों की कुर्बानी सार्वजनिक स्थान पर न हो।
स्वच्छता का रखें विशेष ध्यानसीएम ने कहा कि कुर्बानी चिन्हित स्थलों व निजी परिसरों में ही की जाए। इस दौरान स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम के निर्देश के बाद शहर के उलमा ने भी लोगों से अपील की है कि ईद की नमाज में 50 से अधिक लोग न एकत्र हों। इमाम ऐशबाग ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने लोगों से प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करने की भी अपील की है। उन्होंने कुर्बानी के फोटो इंटरनेट मीडिया पर न डालने को कहा है। मौलाना ने अपील की है कि घरों में ही नमाज अदा की जाए।