युवाओं को नहीं पता की वह देश के वर्तमान हैं : वरुण गांधी
- पूर्व राष्ट्रपति डॉ। कलाम को दी श्रद्धांजलि
LUCKNOW :भगवान की खोज करने वाले नहीं जानते कि भगवान खुद उनके सीने के भीतर है। ऐसे ही युवाओं को यह नहीं पता है कि वे देश के वर्तमान हैं। जैसा सोचते विचारते हैं, वैसा ही पूरा भारत सोचता विचारता है। वह समय बीत गया जब गांव के एक व्यक्ति के इशारे पर पूरा गांव एक जगह वोट कर देता था। अब युवाओं का समय है। युवा जिधर चलता है, पूरा समाज उसका अनुशरण करने लगता है। इसलिए युवा आगे आएं और कलाम के सपनों को पूरा करने को अपने कदम आगे बढ़ाएं। यह बातें भाजपा सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को कहीं। वह लखनऊ पब्लिक कॉलेज में पूर्व राष्ट्रपति डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती के मौके पर आयोजित सेमिनार 'नेशनल सेमिनॉर ऑन इंडिया-2020' के विषय 'ए विजय ऑफ द न्यू मिलेनियम' पर बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे।
युवाओं का योगदान जरूरीवरुण ने युवाओं से डॉ। कलाम के सपनों का भारत बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने को आगे आना को प्रेरित किया गया। युवाओं को वर्तमान एवं बच्चों को देश का भविष्य बताकर विकासित भारत बनाने में इनकी भूमिका को रेखांकित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो। अनिल रैना ने कहा, एक विकसित भारत को बनाने में युवाओं का योगदान जरूरी है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रो। आरके खांडाल ने कहा, कलाम के सपनों को पंख लगाने के लिए हमें मैन पॉवर को समझना होगा। इस पावर को हमें पॉवरफुल बनाने की जरूरत है।
कलाम ऑफ द ईयर पुरस्कार लखनऊ पब्लिक कॉलेज के संस्थापक प्रबंधक एसपी सिंह ने कलाम ऑफ द ईयर पुरस्कार की घोषणा की। यह पुरस्कार हर साल उस युवा को दिया जाएगा, जो कम्पटीशन के माध्यम से पहला स्थान पाएगा। उसे प्रमाण पत्र और 51 हजार रुपए नगद दिए जायेंगे।