स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि नगर निगम की ओर से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की सुविधा है बावजूद इसके मोहल्ले के ही कुछ लोग पार्क में कूड़ा फेंक जाते हैं। शाम के वक्त पार्क में असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा रहता है जिसकी वजह से स्थानीय निवासी पार्क के आसपास जाने से बचते हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां घर-घर तिरंगा फहराने की तैयारी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ तिरंगे की शान को बरकरार रखने में अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों के नाम पर बने पार्कों की स्थिति बदहाली का शिकार है। ऐसा ही एक मामला डिफेंस कॉलोनी, तेलीबाग में सामने आया है, जहां शहीद हरी सिंह नगरकोटी के नाम पर एक पार्क का नामकरण तो कर दिया गया लेकिन उसके बाद पार्क के सौंदर्यीकरण की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। जिसकी वजह से करीब पांच साल से पार्क बदहाली का शिकार है। हैरानी की बात तो यह है कि शहीद के परिजनों से लेकर स्थानीय लोगों ने जिम्मेदारों से पार्क की बदहाली दूर करने के लिए कई बार मांग की लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला।2010 में शहीद हुए थे हरी सिंह


चार अक्टूबर 2010 को जम्मू-कश्मीर में अपनी पोस्टिंग के दौरान पेट्रोलिंग करते हुए एक हादसे में हरी सिंह नगरकोटी शहीद हो गए थे। उनकी शहादत के करीब पांच साल बाद उनके घर के पास स्थित पार्क का नाम शहीद हरी सिंह नगरकोटी पार्क रखा गया। तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री उप्र शासन शारदा प्रताप शुक्ला ने पार्क के चारों तरफ करीब 8.88 लाख रुपये की लागत से बाउंड्री का निर्माण करा दिया। इसके बाद वक्त गुजरता गया लेकिन किसी ने भी पार्क के सौंदर्यीकरण की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि, इस दौरान पूर्व विधायक स्वाति सिंह ने पार्क में रोशनी के लिए लाइट लगवाने का काम जरूर किया।डंपिंग प्वाइंट बना पार्क, जलभराव भीसिस्टम की उदासीनता के कारण वर्तमान समय में पार्क पूरी तरह से डंपिंग प्वाइंट बन चुका है। पार्क के अंदर हर तरफ पानी भरा हुआ है। जिसकी वजह से स्थानीय लोग पार्क के अंदर तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैैं। इतना ही नहीं, पार्क में फैली गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियां भी फैलती हैैं, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ जाती हैैं। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि नगर निगम की ओर से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की सुविधा है, बावजूद इसके मोहल्ले के ही कुछ लोग पार्क में कूड़ा फेंक जाते हैं। शाम के वक्त पार्क में असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा रहता है, जिसकी वजह से स्थानीय निवासी पार्क के आसपास जाने से बचते हैं।ये कदम उठाने होंगे1-पार्क में मिट्टी की भरान2-पार्क में पौधरोपण3-बच्चों के लिए झूले लगाया जाना4-वाकिंग ट्रैक का निर्माण5-डंपिंग प्वाइंट समाप्त किया जाना6-जलनिकासी के इंतजामबोले लोग

सांसद से लेकर विधायक तक से पार्क की बदहाली को लेकर कंपलेन की लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। मेयर ने पार्क के सौंदर्यीकरण को लेकर स्वीकृति तो दी लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस है।-भवान सिंह नगरकोटीपार्क में भरे पानी और गंदगी के ढेर के कारण एरिया में बीमारियां भी फैलती हैैं। जिसकी वजह से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो पार्क में मरे जानवर तक फेंक दिए जाते हैैं। जिससे उठती दुर्गंध से घर के अंदर बैठना भी मुश्किल हो जाता है।-सुमन देवीपार्क जरूर शहीद के नाम पर है लेकिन जिम्मेदारों के मन में इसको लेकर कोई सम्मान नहीं है। डिफेंस कॉलोनी जनकल्याण समिति के माध्यम से कई बार इस मुद्दे को उठाया जा चुका है लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है।-सीएसपी सिंहपार्क बदहाल होने के कारण बच्चे रोड पर खेलने को मजबूर हैैं। पार्क के बगल में एक स्कूल भी स्थित है। पार्क में गंदगी होने के कारण स्कूली बच्चों को भी काफी परेशानियां होती हैैं। कोई भी पार्क के सौंदर्यीकरण की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।-निरंजन लाल

Posted By: Inextlive