लोहिया संस्थान में आर्थो के गंभीर मरीजों को जल्द राहत मिलेगी। यहां जल्द ही 12 बेड का इमरजेंसी आर्थोपेडिक वार्ड खुलने वाला है। जिसमें ट्रामा के मरीजों को तुरंत इलाज मिलने का फायदा मिलेगा। अधिकारियों की माने तो नए साल के दूसरे हफ्ते से यह वार्ड शुरू हो जाएगा।


लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान में रोजाना 4 से 5 हजार के करीब मरीज दिखाने के लिए आते हैं। जिसमें आर्थो के करीब 250-300 मरीज रोजाना दिखाने के लिए आते हैं। इसके अलावा संस्थान की इमरजेंसी में आर्थो के गंभीर मामले भी आते हैं। लोहिया के सर्जरी विभाग के डॉ। विकास सिंह के मुताबिक संस्थान की इमरजेंसी के सामने ट्रामा वाली जगह पर काफी एरिया है। यह वार्ड वही पर बनाया जा रहा है। इसमें 12 बेड के अलावा माइनर ओटी की भी सुविधा होगी। इसके अलावा हड्डी संबंधी जांचों के लिए एक्स-रे मशीन भी लगाई जा रही है। साथ ही प्लास्ट रूम भी बनाया जा रहा है। ताकि हड्डियों से संबंधित सभी जरूरी इंतजाम एक ही छत के नीचे मिल सके। नहीं पड़ेगा भटकना
इससे मरीजों को जांच से लेकर प्लास्टर के लिए अलग-अलग जगहों पर नहीं भटकना पड़ेगा। मरीजों को सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल जाएंगी। उम्मीद है कि यह इमरेजेंसी वार्ड मिड जनवरी तक शुरू हो जाएगा। ऐसे में जल्द ही आर्थो संबंधित मरीजों को जांच व इलाज में राहत मिलेगी। इसके लिए इमरजेंसी डॉक्टर समेत सर्जन और आर्थोपेडिक डॉक्टर की भी ड्यूटी लगाई जाएगी।

Posted By: Inextlive