नगर निगम के पार्क हों या एलडीए के सभी में सुबह और शाम लोगों की अच्छी खासी भीड़ आती है। इसमें से 30 फीसदी ऐसे हैैं जो प्लास्टिक से निर्मित ग्लास प्लेट इत्यादि पार्क में फेंक देते हैैं। जिसकी वजह से पार्क में गंदगी तो फैलती ही है साथ में यह कृत्य पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है।


लखनऊ (ब्यूरो)। सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर नगर निगम की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियान का असर दिखाई देने लगा है। अभी बैन लगे चार दिन ही हुए हैैं और सभी प्रमुख मार्केट्स में करीब 80 फीसदी पॉलीथिन का यूज बंद हो गया है। इसे बेहतर संकेत माना जा सकता है। खास बात यह है कि व्यापारियों की ओर से भी कस्टमर्स को पॉलीथिन यूज न करने संबंधी सलाह दी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ, सोमवार से नगर निगम ने बैन पॉलीथिन रखने वालों के खिलाफ जुर्माना संबंधी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए आधा दर्जन से अधिक चेकिंग टीमें बनाई गई हैैं, जो अलग-अलग एरिया में जाकर कार्रवाई कर रही हैैं।निरंतर अभियान की जरूरत


नगर निगम की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर 29 जून से 3 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया गया था। इस अभियान के सफल संचालन के चलते पूरे प्रदेश में नगर निगम को पहला स्थान भी मिला। अब नगर निगम को जागरूकता संबंधी अभियान निरतंर चलाने की जरूरत है। प्रमुख मार्केट्स से लेकर मॉल्स में तो सिंगल यूज प्लास्टिक से बने उत्पाद नदारत हो गए हैैं, लेकिन गली-मोहल्लों में स्थित दुकानों में पॉलीथिन का यूज हो रहा है। हालांकि, इसमें भी करीब 60 फीसदी दुकानदारों ने अपनी दुकानों से सिंगल यूज प्लास्टिक से बने उत्पादों और पॉलीथिन के ढेर को हटा दिया है। जो 40 फीसदी दुकानदार रह गए हैैं, उन्हें जागरूक किए जाने की जरूरत है। अगर जागरूकता से असर नहीं दिखता है तो उनके खिलाफ जुर्माना संंबंधी कार्रवाई की जानी चाहिए।पार्कों में भी जागरूकता जरूरीनगर निगम के पार्क हों या एलडीए के, सभी में सुबह और शाम लोगों की अच्छी खासी भीड़ आती है। इसमें से 30 फीसदी ऐसे हैैं, जो प्लास्टिक से निर्मित ग्लास, प्लेट इत्यादि पार्क में फेंक देते हैैं। जिसकी वजह से पार्क में गंदगी तो फैलती ही है साथ में यह कृत्य पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है। एलडीए प्रशासन की ओर से तो स्मारकों और अपने पार्कों को प्लास्टिक फ्री जोन घोषित कर दिया गया है, जबकि नगर निगम ने अभी इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया है। हालांकि, निगम की ओर से गठित चेकिंग टीमों की ओर से पार्कों में भी औचक छापेमारी की जाएगी। जो व्यक्ति सिंगल यूज प्लास्टिक से बने उत्पादों का यूज करता मिलेगा, उसके खिलाफ जुर्माना संबंधी कार्रवाई होगी।ताकि बैन प्रभावी रहे1-निरंतर जागरूकता अभियान2-औचक चेकिंग3-उत्पादन इकाईयों पर शिकंजा4-जल्द से जल्द विकल्प उपलब्ध करानाविकल्प आने का है इंतजार

मार्केट्स में अब पॉलीथिन कम नजर आ रही है लेकिन दुकानदारों के साथ-साथ कस्टमर्स को इसके विकल्प का इंतजार है। दुकानदारों का कहना है कि बैन तभी प्रभावी होगा, जब इसके विकल्प सामने लाए जाएंगे। अगर जल्द से जल्द विकल्प नहीं आए तो साफ है कि चोरी छिपे फिर से पॉलीथिन का यूज शुरू हो जाएगा। दुकानदारों का कहना है कि जिम्मेदारों को जल्द से जल्द मार्केट एरिया में थैला बैैंक की शुरुआत करनी होगी, जिससे कस्टमर्स इनसे बैग खरीद सकें और इन बैग के रेट भी कम रखने होंगे, ताकि जनता की जेब पर बोझ न पड़े।क्या कहना है व्यापारियों कानिश्चित रूप से हमारी ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों को लेकर पूरी मार्केट में कस्टमर्स को जागरूक किया जा रहा है। इसका व्यापक असर भी देखने को मिल रहा है। दुकानदारों ने अपनी दुकानों से पॉलीथिन का स्टॉक भी हटा दिया है।-देवेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडलहमारे संगठन की ओर से अलग-अलग एरिया में जाकर दुकानदारों को जागरूक किया जा रहा है। दुकानदारों के साथ-साथ कस्टमर्स को प्लास्टिक यूज के खतरनाक परिणामों से भी अवगत कराया जा रहा है। इस जागरूकता का व्यापक असर भी देखने को मिल रहा है।

-सुरेश छाबलानी, अध्यक्ष, नजीराबाद व्यापार मंडलइस बार पब्लिक खुद जागरूक नजर आ रही है। खरीदारी के दौरान अपने साथ खुद ही बैग इत्यादि ला रही है। हम निरंतर मार्केट में जागरूकता अभियान भी चला रहे हैैं। जिससे प्रभावी तरीके से बैन का असर दिखे। हां, इतना जरूर है कि जल्द से जल्द विकल्प भी उपलब्ध कराने होंगे।-प्रदीप पाल सिंह, मंत्री, अमीनाबाद व्यापार मंडल

Posted By: Inextlive