लेसा सिस गोमती एवं लेसा ट्रांस गोमती लखनऊ क्लस्टर के अंतर्गत चौक अमीनाबाद ठाकुरगंज अपट्रॉन बीकेटी चिनहट व रेजीडेंसी इत्यादि इलाकों में लाइन लॉस अधिक है।


लखनऊ (ब्यूरो)। लगातार बढ़ रही बिजली की मांग को देखते हुए मध्यांचल डिस्कॉम प्रशासन की ओर से पूरा फोकस बिजली चोरों पर किया गया है। इसके लिए पूरे डिस्कॉम को सात कलस्टर में बांटा गया है साथ ही ऐसे इलाके भी चिन्हित किए गए हैैं, जहां बिजली चोरी अधिक है। बिजली चोरी रोकने के लिए मध्यांचल प्रशासन की ओर से प्लान भी तैयार किया गया है।यहां है बिजली चोरी अधिक


लेसा सिस गोमती एवं लेसा ट्रांस गोमती लखनऊ क्लस्टर के अंतर्गत चौक, अमीनाबाद, ठाकुरगंज, अपट्रॉन, बीकेटी, चिनहट व रेजीडेंसी इत्यादि इलाकों में लाइन लॉस अधिक है। जिससे साफ है कि इन इलाकों में बिजली चोरी अधिक है। इसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि यहां पर आर्मर्ड केबिल बदली जाएगी साथ ही क्षतिग्रस्त केबिल को एबी केबिल से बदला जाएगा साथ ही 33 व 11 केवी लाइन की रिकंडक्टरिंग की जाएगी। जिससे बिजली चोरी के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाई जा सकेगी।4 लाख मीटर लगेंगे ट्रांसगोमती में

मध्यांचल के अंतर्गत लगभग 75 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं। जिसमें लेसा ट्रांस गोमती में लगभग 406429 तथा लेसा सिस गोमती में लगभग 666755 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना प्रस्तावित है। मीटरिंग होने से डिस्कॉम को राजस्व को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा तकनीकी एवं वाणिज्य लॉस भी कम होंगे।लगातार चलेगा अभियानमध्यांचल की ओर से एक तरफ तो बिजली चोरी प्रभावित एरिया में केबिल बदलने संबंधी कदम उठाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ नाइट कांबिंग में भी तेजी लाई जाएगी। जिससे बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ आसानी से शिकंजा कसा जा सकेगा। यह अभियान हर डिवीजन के अंतर्गत चलाया जाएगा।आर्मर्ड केबिल क्या हैइस व्यवस्था में ऐसे मोटे केबिल के जरिए बिजली सप्लाई घरों में की जाती है, जिसे न तो बीच से छीला जा सकता है और ना ही इसमें किसी तरह का कोई सुराग किया जा सकता है। ऐसे में इस तरह की केबिल में कटिया डालना संभव नहीं हो पाता है। प्रदेश के कई जिलों में उन स्थानों में इन्हें लगाया गया है, जहां बिजली चोरी की शिकायतें अधिक आ रही थीं।इस तरह से कलस्टर में बांटा गयामध्यांचल डिस्कॉम को सात क्लस्टर में बांटा गया है, जो इस प्रकार है।1. लेसा सिस गोमती2. लेसा ट्रांस गोमती3. लखीमपुर एवं हरदोई4. रायबरेली, सीतापुर व उन्नाव

5. गौरीगंज, अयोध्या, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर6. बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती व गोंडा7. बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुरमध्यांचल ने टेंडर कॉल किएएरिया कार्य के लिए राशिचौक डिविजन 3162.33 लाखरेजीडेंसी 2795.11 लाखसेस चतुर्थ 3702.04 लाख
सेस द्वितीय 3737.95 लाखसेस तृतीय 3661.63 लाखअमीनाबाद 1532.55 लाखअपट्रॉन 2466.34 लाखबीकेटी 6803.00 लाखचिनहट 7029.00 लाख
नोट- मध्यांचल प्रशासन की ओर से केबिल चेंज एवं अन्य कार्यों के लिए टेंडर भी कॉल किए हैैं।

Posted By: Inextlive