- चिकित्सा संस्थान के बाद जिला अस्पतालों ने भी की पहल

- होल्डिंग एरिया बनाया, इमरजेंसी में ही बेड रिजर्व किए गए

LUCKNOW: कोरोना महामारी में वायरस का संक्रमण अस्पतालों तक पहुंच चुका है। इमरजेंसी में आ रहे मरीजों में वायरस की पुष्टि हो रही है। स्टाफ के साथ-साथ अन्य भर्ती मरीजों की जिंदगी भी दांव पर है। लिहाजा, अब चिकित्सा संस्थान के बाद जिला अस्पतालों ने भी होल्डिंग एरिया बनाया है। इसमें इमरजेंसी में ही बेड रिजर्व कर दिए गए हैं।

बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ। राजीव लोचन के मुताबिक, मेन इमरजेंसी ब्लॉक में अब ओपीडी रहेगी। वहीं, इमरजेंसी के मरीज पहले चेस्ट यूनिट में स्कैनिंग कराएंगे। इसके बाद न्यू प्राइवेट ब्लॉक में भर्ती किए जाएंगे। द्वितीय तल पर कोरोना के संदिग्ध मरीज भर्ती होंगे। इसमें कुल 24 कमरे हैं। सभी में एक-एक बेड होगा। कोविड टेस्ट के बाद मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। ऐसे में एक मरीज से दूसरे में संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहेगा।

सिविल अस्पताल में 30 बेड की इमरजेंसी

वहीं, सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ। डीएस नेगी ने बताया कि 30 बेड की इमरजेंसी है। इसमें चार यूनिट हैं। इन्हें होल्डिंग एरिया के तौर पर प्रयोग किया जाएगा। कोविड टेस्ट के बाद ही वार्ड में मरीज भर्ती होंगे। वहीं, संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। अन्य रोगियों में कोरोना की पुष्टि होने पर संबंधित यूनिट को बंद कर सैनिटाइज किया जा सकेगा। इससे इमरजेंसी सेवा बाधित नहीं होगी। इसके अलावा ठाकुरगंज अस्पताल के सीएमएस डॉ। आनंद प्रकाश बोध के मुताबिक, इमरजेंसी के 11 बेड को होल्डिंग एरिया में तब्दील किया गया है। वहीं, कोरोना के मरीजों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल रेफर किया जाएगा।

बार-बार चूक, कई स्टाफ क्वारंटाइन में

- 13 अप्रैल : केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में नजीराबाद निवासी संक्रमित वृद्ध को एक संकाय सदस्य ने भर्ती करा दिया। 55 डॉक्टर व कर्मचारी को क्वारंटाइन किया गया

- 26 अप्रैल : केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर के सीसीएम विभाग में संक्रमित नर्स को ड्यूटी पर बुला लिया गया। संपर्क में आए 15 लोगों को क्वारंटाइन करना पड़ा

- 08 मई : आरएलबी अस्पताल में वार्ड में भर्ती युवती में कोरोना। 55 स्टाफ क्वारंटाइन किया गया

- 13 मई : सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती महिला में कोरोना। 26 स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया

- 16 मई : केजीएमयू के क्वीन मेरी में काकोरी निवासी संक्रमित गर्भवती का ऑपरेशन किया। रिपोर्ट आने पर 36 डॉक्टर व कर्मचारी एक्टिव क्वारंटाइन में भेजना पड़ा

- 17 मई : साढ़ामऊ रामसागर मिश्र अस्पताल के डॉक्टर, दो नर्स में कोरोना पाया गया। अस्पताल बंदकर 25 स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया

- 17 मई : 108 एंबुलेंसकर्मी में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद सीएमओ दफ्तर बंद करना पड़ा

- 18 मई : केजीएमयू क्वीन मेरी में तैनात नर्स में कोरोना, पूर्व के 36 मेडिकल स्टाफ पर दोबारा खतरा

- 18 मई : पीजीआइ में गोरखपुर की संक्रमित महिला मरीज में लगाया पेसमेकर। कैथ लैब बंद, 40 स्टाफ क्वारंटाइन में भेजा

- 20 मई : बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में मौलवीगंज का 52 वर्षीय कोरोना संक्रमित सब्जी विक्रेता की मौत। कई स्टाफ क्वारंटाइन में भेजा गया

- अब तक शहर के डायग्नोस्टिक सेंटर समेत सात निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों से फैल चुका है संक्रमण

Posted By: Inextlive