- एसयूवी सवार बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर व जालसाज की गोली मारकर की हत्या

- पीजीआई के वृंदावन कॉलोनी सेक्टर 12 स्थित सचिवालय में तैनात सेक्शन अधिकारी के घर में हुई वारदात

- आरोपी मनीष यादव को प्रतापगढ़ में पुलिस ने भागते समय दबोचा, असलहा व एसयूवी बरामद

LUCKNOW: पीजीआई के वृंदावन में बुधवार सुबह 8:30 बजे एसयूवी सवार बदमाशों ने एक युवक को गोली मार दी। वारदात सचिवालय के सेक्शन अधिकारी के मकान में हुई। बदमाश दो कार से आये थे। बदमाशों ने पहले युवक से कमरे में मारपीट की फिर उसके बाहर भागने पर गेट पर उसे गोली मार दी और फरार हो गये। युवक को उसके साथियों और मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक पेशे से प्रॉपर्टी डीलर था और वह सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये हड़प चुका था। पुलिस वारदात की वजह रुपये के लेनदेन के विवाद को बता रही है।

जान बचाने को भागे दुर्गेश को मारी गोली

मूलरूप से गोरखपुर के उरूवा बाजार के मठ भताड़ी निवासी दुर्गेश यादव (35) मंगलवार रात को वृंदावन कॉलोनी सेक्टर 12 स्थित किराए के मकान में पहुंचा। उसके साथ गोला के राजेंद्र प्रसाद भी थे। बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे शिकोहाबाद का मनीष यादव व पलक ठाकुर अपने कुछ साथियों संग वहां पहुंचा, जिस समय बदमाश कमरे पर पहुंचे दुर्गेश बाथरूम में था। काफी इंतजार के बाद जब बाहर नहीं निकला तो आरोपियों ने बाथरूम का दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। दुर्गेश के बाहर निकलते ही मनीष व पलक के साथी उस पर हमलावर हो गए। दुर्गेश के साथियों ने बीचबचाव की कोशिश की तो सभी को दूसरे कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान पिटाई से बचने के लिए वह पहली मंजिल से नीचे उतरा और गेट से भागने लगा। इस पर मनीष ने उसे गेट पर ही गोली मार दी। इसके बाद सभी हमलावर फरार हो गये। गोली दुर्गेश के पेट में लगी थी। साथियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दुर्गेश को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

कमरे में हुआ था दोनों गुटों में संघर्ष

डीसीपी पूर्वी चारू निगम के मुताबिक दुर्गेश व हमलावरों के बीच काफी देर तक संघर्ष हुआ था। कमरे के अंदर कई जगह सामान बिखरे हुए थे। तौलिया, कपड़े और चप्पल भी इधर-उधर बिखरे पड़े थे। कई जगह खून के निशान भी मिले हैं। इससे साफ है कि काफी देर तक हमलावर अंदर उसके साथ मारपीट करते रहे। पुलिस के मुताबिक वारदात के दौरान दुर्गेश के साथ 6 लोग थे, लेकिन बदमाशों ने सभी को दूसरे कमरे में बंद कर दिया। अकेले दुर्गेश की पिटाई कर रहे थे। मौका लगते ही दुर्गेश वहां से भागा, जिसके बाद गोली मार दी गई।

आरोपी को प्रतापगढ़ से किया अरेस्ट

दुर्गेश को गोली मारने के बाद आरोपी मनीष यादव प्रयागराज की तरफ स्कार्पियो से भागा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से मिले उसके स्कार्पियो के नंबर से आसपास के जिलों में अलर्ट कर दिया। वारदात के करीब तीन घंटे बाद आरोपी मनीष यादव को प्रतापगढ़ के नबावगंज थाने की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। उसके पास से पिस्तौल व एसयूवी बरामद कर ली। पीजीआई पुलिस दोपहर में उसे लेकर लखनऊ पहुंची। उसके पास से मिले आईकार्ड से माना जा रहा है कि वह पुलिस डिपार्टमेंट में सब इंस्पेक्टर है। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस उसके बारे में पुख्ता जानकारी करने का प्रयास कर रही है। इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा के मुताबिक दुर्गेश के दोस्त एटा के सिंहपुर निवासी मानवेंद्र यादव की तहरीर पर शिकोहाबाद के मनीष यादव, गोमतीनगर विस्तार सुलभ आवास निवासी पलक ठाकुर व चार अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

Posted By: Inextlive