- हर साल बजट में ज्यादातर पुरानी योजनाएं ही नए सिरे से रखी जाती हैं

- पिछले तीन वित्तीय वर्षो में कई योजनाएं पूरी नहीं हो सकीं

LUCKNOW शहर सरकार की ओर से हर साल नया बजट पेश किया जाता है। बजट में नई योजनाओं को लेकर भी खाका तैयार किया जाता है और बकायदा धनराशि भी प्रस्तावित की जाती है, लेकिन आलम यह है कि इनमें से ज्यादातर योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पाती और उन्हें फिर से नए वित्तीय वर्ष के बजट में शामिल कर दिया जाता है।

तीन वित्तीय वर्षो से यही तस्वीर

अगर पिछले तीन वित्तीय वर्षो 2018 से 2019, 2019-2020 और 2020 से 2021 की बात की जाए तो तस्वीर साफ हो जाएगी। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 16 नई योजनाएं शामिल की गई थीं जबकि वित्तीय वर्ष 19-20 में 9 नई योजनाएं शामिल की गईं थीं, वहीं वित्तीय वर्ष 20-21 में भी 8 योजनाएं शामिल की गईं। तीनों वित्तीय वर्षो में शामिल कई योजनाएं कॉमन हैं, जिन्हें अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है।

वित्तीय वर्ष 2018-19 की योजनाएं

1-आंचल आश्रय गृह का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-100 लाख

2-सिटी म्यूजियम

प्रस्तावित धनराशि-70 लाख

3-शिशु संरक्षण गृह

प्रस्तावित धनराशि-60 लाख

4-नए कल्याण मंडपों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-150 लाख

5-नए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

6-वेंडिंग जोन के लिए अन्य नागरिक सुविधाएं संबंधी कार्य

प्रस्तावित धनराशि-100 लाख

7-टेंपो शेल्टर होम

प्रस्तावित धनराशि-20 लाख

8-मिनी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण-30 लाख

9-अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

वित्तीय वर्ष 2019-2020 की योजनाएं

1-नए कल्याण मंडपों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-150 लाख

2-नए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

3-वेंडिंग जोन के लिए अन्य नागरिक सुविधाएं संबंधी कार्य

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

4-सड़क निर्माण के लिए स्थल पर नमूना जांच प्रयोगशाला

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

5-मिनी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-30 लाख

6-अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

7-अटल स्मृति उपवन का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-500 लाख

वित्तीय वर्ष 2020-2021

1-नए कल्याण मंडपों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-100 लाख

2-नए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-10 लाख

3-वेंडिंग जोन के लिए अन्य नागरिक सुविधाएं संबंधी कार्य

प्रस्तावित धनराशि-10 लाख

4-सड़क निर्माण के लिए स्थल पर नमूना जांच प्रयोगशाला

प्रस्तावित धनराशि-30 लाख

5-मिनी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-30 लाख

6-अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-50 लाख

7-अटल स्मृति उपवन का निर्माण

प्रस्तावित धनराशि-500 लाख

वित्तीय वर्षो में ये योजनाएं कॉमन

1-नए कल्याण मंडपों का निर्माण

स्थिति-योजना का इंतजार

2-वेंडिंग जोन के लिए अन्य नागरिक सुविधाएं संबंधी कार्य

स्थिति-योजना का इंतजार

3-मिनी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण

स्थिति-योजना का इंतजार

4-अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण

स्थिति-वर्किग जारी

5-नए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण

स्थिति-वर्किग जारी

6-सड़क निर्माण के लिए स्थल पर नमूना जांच प्रयोगशाला

स्थिति-इंतजार

वर्जन

हर साल नई योजनाएं तो बनती हैं लेकिन पूरी नहीं हो पातीं। इसकी वजह से उन्हें फिर से नए वित्तीय वर्ष के बजट में शामिल कर दिया जाता है। जिम्मेदारों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए कि नई योजनाएं समयबद्ध तरीके से पूरी हों, जिससे जनता को इनका लाभ मिल सके।

गिरीश मिश्रा, वरिष्ठ पार्षद, कांग्रेस

वर्जन

हर साल बनने वाली नई योजनाएं सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाती हैं। इसकी वजह से जनता को उक्त योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इस तरफ तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है।

सै। यावर हुसैन रेशू, वरिष्ठ पार्षद, सपा

Posted By: Inextlive