वोटर्स की ओर से भी अपना एजेंडा तैयार किया गया है। रायबरेली रोड स्थित उतरठिया एरिया की बात करें तो यहां के लोगों का साफ कहना है कि जो प्रत्याशी उनके इलाके में लंबे समय से व्याप्त बंदरों की समस्या को दूर करेगा हमारा वोट उसी प्रत्याशी को जाएगा।


लखनऊ (ब्यूरो)। सीट आरक्षण की तस्वीर साफ होने के बाद अब हर किसी को इंतजार है निकाय चुनाव की अधिसूचना का। पूरी संभावना है कि कुछ ही दिनों में निकाय चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए चुनावी मैदान में उतरने का मन बना चुके प्रत्याशियों ने अपना चुनावी एजेंडा तैयार करना शुरू कर दिया है। लगभग सभी प्रत्याशियों का एजेंडा रोड, नाली और जलभराव ही है। हालांकि, कई प्रत्याशियों के एजेंडे में मार्केट में पार्किंग की समस्या और स्ट्रीट लाइट का मुद्दा भी शामिल है।डोर टू डोर नॉकिंग शुरू


चुनावी मैदान में उतर रहे प्रत्याशियों ने डोर टू डोर नॉकिंग शुरू कर दी है। उनकी ओर से घर-घर जाकर वोटर्स को साथ लाने की कवायद की जा रही है। उनकी ओर से वोटर्स को विश्वास दिलाया जा रहा है कि अगर उनकी जीत होती है तो वे वार्ड का विकास करेंगे। पूर्व में पार्षदों ने जो कार्य अधूरे छोड़े हैैं, उन्हें वे प्राथमिकता पर पूरे कराएंगे।पति संभालने लगे घर

जिन वार्डों की सीट महिला हो गई है, वहां महिला प्रत्याशियों ने प्रचार शुरू कर दिया है। ऐसे में अब उनके पति घर संभाल रहे हैैं। घर की जिम्मेदारियां निभाने के साथ ही उनकी ओर से पत्नी के लिए चुनावी मंच भी तैयार किया जा रहा है। देर शाम को वे वार्डों की गलियों में जाकर अन्य प्रत्याशियों का फीडबैक भी ले रहे हैैं, ताकि अपनी चुनावी तैयारियों को नया रूप दे सकें।टिकट के लिए जोरज्यादातर प्रत्याशियों का यही प्रयास है कि वे जल्द से जल्द टिकट भी कंफर्म कर लें, जिससे वे खुलकर प्रचार कर सकें। हालांकि, जिन प्रत्याशियों को निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरना है, उनकी ओर से अपने नाम के साइन बोर्ड लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। उनकी ओर से पंपलेट्स भी बांटे जा रहे हैैं। उनका प्रयास यही है कि कम से कम समय में वे लोग अधिक से अधिक लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकें। उनकी ओर से युवाओं के साथ-साथ सीनियर सिटीजन का आशीर्वाद भी लेने का प्रयास किया जा रहा है।बंदर भगाओ, वोट पाओ

एक तरफ जहां प्रत्याशियों की ओर से अपना चुनावी एजेंडा तैयार किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ वोटर्स की ओर से भी अपना एजेंडा तैयार किया गया है। रायबरेली रोड स्थित उतरठिया एरिया की बात करें तो यहां के लोगों का साफ कहना है कि जो प्रत्याशी उनके इलाके में लंबे समय से व्याप्त बंदरों की समस्या को दूर करेगा, हमारा वोट उसी प्रत्याशी को जाएगा। इसी तरह कई अन्य वार्डों में पब्लिक का कहना है कि पहले रोड का निर्माण कराओ या पार्क का सौंदर्यीकरण कराओ, तब ही वोट दिया जाएगा। कुल मिलाकर एक बात साफ है कि इस बार प्रत्याशियों के लिए वोटर्स का दिल जीतना खासी चुनौती भरा होगा।टिकट के लिए कवायदमेयर सीट का आरक्षण साफ होते ही दावेदारों की ओर से टिकट के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। उनकी ओर से पार्टी के बड़े पदाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है, जिससे टिकट किसी और को न दे दिया जाए। इसी तरह कई पूर्व जनप्रतिनिधि भी अपनों के लिए टिकट की व्यवस्था करने में जुट गए हैैं। टिकट किसको मिलेगा, यह तस्वीर तो आने वाले वक्त में ही साफ हो पाएगी।

Posted By: Inextlive