Lucknow: नाम-सुरजीत सिंह...उम्र-80 साल...करतूत-विधवा बहू से छेड़खानी... छोटे बेटे ने इस हरकत का विरोध किया तो उसे गोली मार दी... ना बाप-बेटे के रिश्ते का ख्‍याल और ना ही बाप-बेटी जैसे ससुर-बहू के संबंधों की मर्यादा. एक हाईफाई परिवार जिसके पास एक बड़ी आटोमोबाइल कंपनी का वर्कशाप और उसका टर्नओवर करोड़ों है. सभी के पास लैपटॉप और टैब. परिवार में आधुनिकता के साधन तो बढ़ते गये लेकिन वक्त के साथ सोशल वैल्यूज में कमी आती गई. शायद इसी का नतीजा है कि पारिवारिक रिश्ते इस हद तक दरक गये कि एक बुजुर्ग ने बहू और बेटे के रिश्तों का खून कर दिया. बड़ा बरहा अर्जुन नगर निवासी सुरजीत सिंह का कानपुर रोड स्थित दो नंबर बगिया पर महिंद्रा एंड महिंद्रा का वर्कशॉप है. घर में उसके अलावा तीन बेटे बलविंदर जसपाल मोंटी और तीन बहुएं रहती हैं. बड़े बेटे कुलविंदर की पिछले साल जुलाई में लंबी बीमारी के बाद मौत हो चुकी है. सोमवार सुबह करीब 8.30 बजे मकान के फर्स्‍ट फ़लोर से सुरजीत के चीखने की आवाजें आने लगीं. शोर सुनकर ग्राउंड फलोर में रहने वाले तीसरे नंबर का बेटा जसपाल और फर्स्‍ट फ़लोर पर रहने वाला बलविंदर भागकर वहां पहुंचे. जहां बरामदे में कुलविंदर की वाइफ सुखप्रीत कौर बदला नाम बिलख रही थी और सुरजीत उससे तेज आवाज में घर छोडऩे के लिये कह रहा था. जब सुखप्रीत ने घर छोडऩे से इनकार किया तो सुरजीत उसे ग्राउंड फलोर पर स्थित एक कमरे में शिफ़ट होने के लिये कहने लगा.

बस, करने लगा फायरिंग

जब सुखप्रीत ग्राउंड फलोर पर शिफ़ट होने के लिये भी तैयार न हुई तो सुरजीत ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। बलविंदर और जसपाल से विधवा भाभी का यह हाल नहीं देखा गया और उन्होंने पिता को भला-बुरा कहना शुरू कर दिया। इस पर सुरजीत भी तैश में आ गया और भागकर कमरे से अपना लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल लाया। अभी वे लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही सुरजीत ने बलविंदर को निशाना बनाकर रिवाल्वर का ट्रिगर दबा दिया। पर, फायर मिस हो गया। इसके तुरंत बाद सुरजीत ने दूसरा फायर कर दिया। गोली बलविंदर के बगल से निकलते हुए शीशे पर जा लगी। पिता की यह हरकत देख जसपाल ने उसे ललकारा। जिस पर सुरजीत ने जसपाल को निशाना बनाकर फायर कर दिया। गोली जसपाल के सीने को भेदते हुए पार निकल गई।

घरवालों ने किया पुलिस के हवाले

जसपाल को गोली लगते ही घर में कोहराम मच गया। बलविंदर ने फौरन सुरजीत के हाथ से रिवाल्वर छीन ली और उसे धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद उन लोगों ने सुरजीत को काबू में कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी सुरजीत को अरेस्ट कर लिया और गंभीर रूप से घायल जसपाल को इलाज के लिये ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया।

बड़े बेटे के मरते ही करने लगा छेड़खानी

ट्रामा सेंटर में मौजूद जसपाल के साले विनोद बख्शी ने बताया कि सुरजीत सिंह आशिक मिजाज शख्स है। अपने इसी शौक की वजह से वह सभी रिश्तेदारों और यहां तक कि आसपड़ोस के लोगों में भी काफी बदनाम है। उसने बताया कि सुरजीत बड़े बेटे कुलविंदर की मौत के बाद उसकी वाइफ सुखप्रीत से अक्सर छेड़खानी करता था। पहले तो सुखप्रीत ने इसे नजरंदाज किया लेकिन जब उसकी हरकतें बढऩे लगीं तो उसने यह बात अपने देवरों बलविंदर और जसपाल को बताई। पर, लोकलाज के डर से उन्होंने बात को दबा लिया। साथ खडे बलविंदर ने भी दबी जबान से इस बात को माना कि पिता सुरजीत उसकी भाभी पर बुरी नजर रखता है.

पोर्नोग्राफी खराब कर रही है दिमाग

पारिवारिक झगड़े में पिछले कुछ दिनों में हुई मौतों में पोर्नोग्राफी का इंवाल्वमेंट सामने आया है। जानकारों का मानना है कि इसके पीछे सबसे ज्यादा सपोर्ट टेक्नोलॉजी का रहा है। इंटरनेट और मोबाइल पर इजली अवैलेबिल पोर्न सामग्री के लोगों के मानसिकता पर ऐसा गहरा असर डाल रही है

टीवी ने पैदा किया कम्यूनिकेशन गैप

इसका दूसरा पहलू यह है कि अब हर घर के हर कमरे में टेलीविजन है। किसी को सास बहू के सीरियल में दिलचस्पी है तो किसी को आईपीएल के मैचों में। बच्चों की दिलचस्पी कार्टून नेटवर्क में है। सभी फैमिली से ज्यादा टीवी पर टाइम स्पेंड करते हैं। इससे दिन ब दिन फैमिली में ही आपस में कम्युनिकेशन गैप बढ़ता जा रहा है। भाई-भाई से कोई चीज शेयर नहीं करता, मां बेटे से नहीं करती इसका सीधा असर रिश्तों पर पड़ रहा है.

क्या कहते हैं अधिकारी

उत्तर प्रदेश पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह कहते हैं कि टेक्नोलॉजी का लोग गलत इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे घटनाओं में इजाफा हो रहा है। अब क्राइम भी टेक्नोलॉजी के थ्रू हो रहा है। हाल के दिनों में हो रही रेप की घटनाओं में सबसे ज्यादा योगदान पोर्नोग्राफी का है जिसका एक बड़ा मार्केट पूरे इंडिया में पनप रहा है। अब जिस्म पर आयल लगा कर काले चोर नहीं आते बल्कि आपके एकाउंट से बिना आपकी जानकारी के पूरे पैसे गायब कर देते हैं। वहीं समाजशास्त्री डॉ। नितेश मिश्रा कहते हैं कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में परिवार के सदस्यों के बीच कम्यूनिकेशन गैप बढ़ता जा रहा है। जिस वजह से उनके बीच अपनेपन की भावना खत्म होती जा रही है। यही वजह है कि अब वेस्टर्न कंट्रीज की तरह हमारे परिवारों में भी इस तरह की घटनायें आम होती जा रही हैं।

जब रिश्ते हुए तार-तार

5 फरवरी- वजीरगंज के पांडेयगंज में प्राइमरी टीचर की रेप के बाद हत्या, मौसेरा भाई निकला कातिल

17 फरवरी- निगोहां में बुजुर्ग नौमा देवी की हत्या, बेटा चेतराम निकला कातिल

25 फरवरी- माल में श्रवण यादव ने पिता चौधरी यादव को मार डाला

10 अप्रैल- गुड्डू, वाइफ जानकी और आठ साल के बेटे तरुण की पत्थर से कूचकर हत्या, जानकी का भाई निकला कातिल

4 मई- सआदतगंज निवासी मुकेश श्रीवास्तव भांजी के रेप के आरोप में अरेस्ट

Posted By: Inextlive