- रिलैक्स अस्पताल के खिलाफ डीएम ने रिपोर्ट दर्ज करने के दिए निर्देश

-50 हजार प्रतिदिन के हिसाब से वसूला आइसीयू चार्ज

LUCKNOW: कोरोना काल में ज्यादातर निजी अस्पतालों ने मरीजों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक ऐसे ही मामले में फैजाबाद रोड के इस्माइल गंज के मंगलपुरी कालोनी स्थित रिलैक्स हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर को एक मरीज से अधिक बिल वसूल करने का दोषी पाया गया है। जांट टीम की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अस्पताल पर एफआइआर दर्ज कर सात दिनों में सूचित करने का निर्देश दिया है।

एक्सपायरी दवाएं देने से बिगड़ी तबीयत

शिकायतकर्ता शिवाकांत त्रिपाठी के अनुसार उनके बेटे अमित त्रिपाठी 13 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे। 22 अप्रैल को उन्हें रिलैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। 24 अप्रैल तक अस्पताल ने इलाज किया। आरोप है कि इस दौरान एक्सपायरी दवाएं देने से तबीयत बिगड़ गई। फिर 24 को उन्हें टेंडर पाम अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल ने आइसीयू का चार्ज प्रतिदिन 50 हजार रुपये के हिसाब से तीन दिन का डेढ़ लाख रुपये व दवाइयों के लिए 46,669 रुपये वसूले। मांगने पर बिल भी नहीं दिया। आरोप है कि रिलैक्स अस्पताल की इसी लापरवाही से बाद में टेंडर पाम में बेटे के इलाज पर 12,36,450 रुपये व्यय हुए। शिकायतकर्ता द्वारा यह भी बताया गया था कि आक्सीजन सिलिंडर स्वयं से उपलब्ध कराया। इस पर अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ) लखनऊ की जांच में अस्पताल को निर्धारित दर से कई गुना अधिक वसूली करने व एक्सपायरी दवाएं देने का दोषी पाया गया है। इसके बाद जिलाधिकारी ने अस्पताल पर एफआइआर दर्ज कराने का आदेश दिया है।

Posted By: Inextlive