- 12 बजे रात लगी गोदाम में आग

- 1 दर्जन फायर बिग्रेड की गाडि़यों ने आग बुझायी

- 12 घंटे लगे आग पर काबू पाने में

- ट्रांसपोर्टनगर में हुई घटना, भीषण अग्निकांड से लोगों में दहशत

- खाली कराए गए आस पास के मकान, जेसीबी से दीवार तोड़कर किया गया आग पर कंट्रोल

LUCKNOW: कानपुर रोड के ट्रांसपोर्टनगर स्थित शीतल फॉर्मा के गोदाम में भीषण आग लग गई। गोदाम के बेसमेंट से लेकर तीसरी मंजिल तक सेनेटाइजर, दवाइयां और भारी मात्रा में नमकीन रखी थी। इसकी वजह से आग ने चंद मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने गोदाम में फंसे लोगों को बाहर निकाला और जेसीबी से दीवारें तोड़कर आग पर काबू पाया। अग्निकांड के दौरान ताबड़तोड़ धमाकों से पूरा इलाका दहल उठा। आग सोमवार देर रात करीब 12 बजे लगी थी, जिस पर मंगलवार दोपहर बाद काबू पाया गया। वहीं आग लगने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

गोदाम में भरी थी दवाइयां और नमकीन

कृष्णानगर निवासी बद्री प्रसाद अग्रवाल का दवा और नमकीन का कारोबार है। ट्रांसपोर्टनगर में उनका ऑफिस और गोदाम है। गोदाम में बेसमेंट से लेकर तीन फ्लोर तक सेनेटाइजर, दवाइयां और नमकीन के गत्ते भरे थे। सोमवार रात कुछ कर्मचारी गोदाम में सो रहे थे। इस बीच करीब 12 बजे गोदाम से धुआं और आग की लपटें निकलती देख कर्मचारी जागे। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। पहले कर्मचारियों ने पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने चंद मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया।

आग में फंसे कर्मचारी

धुआं पूरे गोदाम में बुरी तरह से फैल चुका था और आग बुझाने में लगे कर्मचारी गोदाम में फंस गये थे। इस बीच सरोजनीनगर फायर स्टेशन से एफएसओ शिवराम यादव टीम के साथ पहुंचे और मेन गेट खोलकर आनन फानन में कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बीच आग और विकराल रूप ले चुकी थी।

12 घंटे के बाद आग पर काबू पाया

देखते ही देखते गोदाम से धमाकों की आवाज आने लगी। घटना से इलाके में अफरा तफरी मच गई। सूचना पर आलमबाग, पीजीआई और हजरतगंज समेत अन्य फायर स्टेशनों से गाडि़यां बुलाई गईं। सीएफओ विजय कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे। दर्जन भर से अधिक गाडि़यां आग पर काबू पाने के लिए लगा दी गई। हालात काबू न होते देख जेसीबी की मदद से गोदाम की दीवारें तोड़ीं गई। दीवारें तोड़कर दमकल कर्मियों ने सीधा पानी फेंकना शुरू किया। 12 घंटे से आधिक की कड़ी मशक्कत के बाद फायर कर्मियों ने मंगलवार दोपहर बाद आग पर काबू पाया।

गोदाम का था एक रास्ता

सीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि गोदाम काफी लंबा था। उन्होंने बताया कि सेनेटाइजर और नमकीन के पैकेट की वजह से आग ने विकराल रूप लिया। वहीं गोदाम में प्रवेश और निकासी के लिए सिर्फ एक ही रास्ता था। इस कारण आग बुझाने में काफी दिक्कतें हुई।

खाली कराए गए आस पड़ोस के मकान

अग्निकांड के दौरान आस पड़ोस में भीषण धुआं फैल गया। सुरक्षा के मद्देनजर घरों में रहने वाले वाले लोगों और लेबरों को निकाला गया। दम घोंटू धुएं से लोग काफी हलकान रहे। उन्हें सांस लेने में दिक्कतें हो रही थीं।

बॉक्स

मेट्रो ने दिया 68 टैंकर पानी

ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के करीब वेयर हाउस में लगी आग को बुझाने में मेट्रो की ओर से भी मदद की गई। ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन से 20, अमौसी मेट्रो स्टेशन से 14 तथा मेट्रो डिपो से 34 टैंकर पानी की सप्लाई की गई।

कोट

प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण शॉट सर्किट सामने आ रहा है। हालांकि आग लगने की गहनता से जांच की जा रही। तीन मंजिल के गोदाम में बेसमेंट से लेकर तीसरे फ्लोर तक सेनेटाइजर और नमकीन का स्टाक लगा था, जिसकी वजह से आग ने चंद मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। नुकसान के बारे में आंकलन किया जा रहा है।

-विजय कुमार सिंह, सीएफओ

Posted By: Inextlive