स्वच्छता परीक्षा में लखनऊ टॉप में भी आ सकता है बशर्ते दो बिंदुओं पर फोकस करना होगा। इसमें एक बिंदु 100 प्रतिशत डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाया जाना एवं 100 से अधिक ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त किया जाना शामिल है। अगर ऐसा हो जाता है तो निश्चित रूप से लखनऊ इंदौर को पीछे कर सकता है।

लखनऊ (ब्यूरो)। इस समय महज 55 फीसदी घरों से ही वेस्ट कलेक्ट किया जा रहा है, जबकि लक्ष्य 100 प्रतिशत घरों से वेस्ट कलेक्शन का है। चूंकि इस बार इस लक्ष्य को हासिल नहीं किया गया, इस वजह से अंकों का झटका लगा। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार स्थिति बेहतर रही।

125 ओपन डंपिंग प्वाइंट्स
इस समय राजधानी में 125 के करीब ओपन डंपिंग प्वाइंट्स हैैं, जिसकी वजह से ही निगम लखनऊ को थ्री स्टार रेटिंग मिली है। अगर ये सभी ओपन डंपिंग प्वाइंट बंद हो जाएं तो फाइव स्टार रेटिंग मिल जाएगी। जिससे निगम लखनऊ को बेहतर अंक मिलेंगे, जिसका सीधा फायदा ओवरऑल स्वच्छता रैैंकिंग पर पड़ेगा।

मैकेनिकल स्वीपिंग बढ़ानी होगी
इस समय निगम की ओर से मैकेनिकल स्वीपिंग कराई जा रही है लेकिन अभी सभी वार्डों के प्रमुख मार्गों तक यह सुविधा नहीं पहुंची है। ऐसे में निगम प्रशासन को इस तरफ खासा फोकस करना होगा। जिससे हर वार्ड की जनता को उक्त सुविधा का लाभ मिल सके।

पब्लिक का साथ
निगम प्रशासन को लगातार पब्लिक की समस्याओं को समयबद्ध तरीके से दूर करके फीडबैक व्यवस्था को और बेहतर बनाना होगा। जिससे इस बिंदु पर भी निगम को बेहतर अंक हासिल हो सकें। सभी आठ जोन में पब्लिक फीडबैक सिस्टम बनाए जाने की सख्त जरूरत है।

Posted By: Inextlive