- सीपीएमटी पेपर लीक कराने के लिए तैनात कराए थे अपने आदमी

- सुरेंद्र शुक्ला के घर का भी कैंडीडेट दे रहा था

टेक्नोग्रुप में सीपीएमटी एग्जाम

LUCKNOW: सीपीएमटी पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुरेंद्र शुक्ला ने पर्चा आउट कराने के लिए बहुत ही पुख्ता तैयारी कर रखी थी। एसटीएफ की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इस सनसनीखेज मामले की एक-एक परत खुलने लगी है। सूत्रों के अनुसार, टेक्नो ग्रुप के जिस कमरे से पर्चा लीक हुआ था उसमें सुरेंद्र शुक्ला के घर का भी एक कैंडीडेट परीक्षा भी दे रहा था। यही नहीं इस कमरे में तैनात दोनों इनविजिलेटर भी सुरेंद्र शुक्ला के ही कारिंदे थे।

फोन पर ही मंगा लिए इनविजिलेटर

एसटीएफ ने जिन लोगों को पेपर लीक प्रकरण में दबोचा था उनसे सनसनीखेज जानकारियों का खुलासा हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, टेक्नो ग्रुप के एक प्रोफेसर ने टीचर्स की कमी का हवाला देकर रामेश्वरम कॉलेज के ओनर और जालसाज सुरेंद्र शुक्ला से दो इनविजिलेटर्स की डिमांड की थी। इसके लिए मानकों को ताक पर रखकर फोन पर ही सुरेंद्र शुक्ला से दो टीचर मांग लिए गए थे। इसके बाद सुरेंद्र शुक्ला ने टीचर्स भेज दिए। इसके लिए कोई कागजी कार्यवाही तक नहीं की गई।

सेकेंड फ्लोर के कमरा नंबर 30 में खेल

टेक्नो गु्रप के जिस कमरे से सीपीएमटी का पेपर लीक हुआ था, वह दूसरी मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 30 था। इसी कमरे में सुरेंद्र शुक्ला के परिवार का एक कैंडीडेट भी परीक्षा दे रहा था। सूत्रों के अनुसार, जिन दो इनविजिलेटर्स को सुरेंद्र शुक्ला ने भेजा था उसमें एक परीक्षा के दिन से ही फरार है। जबकि दूसरे से एसटीएफ राज उगलवाने की कोशिश कर रही है।

कौन था वो दूसरा आदमी

सूत्रों के मुताबिक दोनों ही इनविजिलेटर्स में से एक तो रामेश्वरम कॉलेज का टीचर था। जिससे एसटीएफ पूछताछ भी कर रही है। लेकिन दूसरे इनविजिलेटर्स के बारे में एसटीएफ को कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। उसने जो डिटेल और फोन नम्बर टेक्नो ग्रुप के कॉलेज में दर्ज किया था वह फर्जी है। जांच कर रहे अधिकारियों साथ ही टेक्नोग्रुप और रामेश्वरम कॉलेज के टीचर्स ने भी उसके बारे में जानकारी होने से इनकार कर दिया है। इसका सीधा सा मतलब है कि इनविजिलेटर के रूप में एक बाहरी आदमी को फिट कराने के लिए यह पूरी चाल चली गई थी।

दो प्रोफेसर्स की मिलीभगतत

सूत्र बताते हैं कि सुरेंद्र शुक्ला के रामेश्वरम ग्रुप में कभी काम कर चुके दो प्रोफेसर फिलहाल टेक्नो गु्रप से जुड़े हैं। कुछ समय पहले ही ये दोनों टेक्नो गु्रप पहुंचे हैं। इनका भूमिका भी संदेह के घेरे में है। संदेह जताया जा रहा है कि पर्चा लीक कराने की तैयारी के मद्देनजर ही सुरेंद्र ने इन दोनों को टेक्नो ग्रुप तक पहुंचाया था।

केजीएमयू से मांगी डिटेल

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ ने सभी छात्र छात्राओं की डिटेल मांगी है जो पहले व्यापंम सहित किसी भी परीक्षा में सॉल्वर के रूप में शामिल थे या पेपर आउट कराया हो या पुलिस या एसटीएफ ने उनसे पूछताछ की हो। केजीएमयू प्रशासन ने उनसे पूछताछ भी की है। केजीएमयू प्रशासन ने तीन दर्जन से ज्यादा ऐसे स्टूडेंट्स की लिस्ट भी तैयार कर ली है जो जल्द ही एसटीएफ को सौंप दी जाएगी।

Posted By: Inextlive