- लखनऊ में हुई घटनाओं पर भी रिपोर्ट देने को कहा

- रिपोर्ट मांगने के बाद बढ़ी राज्य सरकार की मुश्किलें

- सीएम से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की भी अटकलें

LUCKNOW: बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति के बाद कैराना मामले में एक बार फिर उबाल आ गया है। राज्यपाल राम नाईक ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से राजभवन में मुलाकात में कैराना कांड की रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्यपाल पूरे हालात के बारे मे केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे। राज्यपाल ने मथुरा कांड, दादरी कांड और लखनऊ में हुई लूटपाट और डकैती की घटनाओं पर भी रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं दोनों के बीच हुई मुलाकात के बाद सूबे में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें भी तेज हो गयी है। वहीं इस दौरान राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से फीस वृद्धि से संबंधित नियमों को लेकर उप्र राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन के बारे में भी चर्चा की।

मिलने गये थे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री मंगलवार को राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे थे। राज्यपाल ने उनसे हाल के दिनों में हुई प्रमुख घटनाओं के बारे में जानकारी लेने के बाद कहा कि इन घटनाओं की लिखित रिपोर्ट अवलोकनार्थ राजभवन जल्द भेजी जाए। राज्यपाल ने मथुरा के जवाहर बाग घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रथमदृष्टया यह मामला अवैध कब्जे का प्रतीत होता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए सरकारी जमीनें जैसे प्राधिकरण, नगर निगम, ग्राम पंचायत की जमीनों पर अवैध कब्जे की नियमानुसार जांच कराकर कार्रवाई की जाए।

मंत्रिमंडल विस्तार की भी संभावना

प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के कयास लंबे समय से लगाये जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री हाल ही में बने कुछ एमएलसी को अपनी कैबिनेट में जगह देना चाहते हैं। वहीं कुछ सीनियर नेताओं की भी वापसी के कयास भी लगाये जा रहे हैं। मालूम हो कि प्रदेश में कुल 61 मंत्री बनाये जा सकते हैं। फिलहाल अखिलेश मंत्रिमंडल में इस वक्त 25 कैबिनेट मिनिस्टर, 22 राज्यमंत्री और 10 स्वतंत्र प्रभार के मंत्री हैं। माना जा रहा है कि इसमें कुछ मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि आने दो से तीन दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।

भाजपा का जांच दल आज जाएगा कैराना

कैराना घटना की जांच के लिए भाजपा का सात सदस्यीय दल बुधवार को वहां जाएगा। पार्टी के नेता विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना इसका नेतृत्व करेंगे। जांच दल में विधानमंडल दल के सचेतक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल, बागपत के सांसद बागपत डॉ। सतपाल सिंह, सहारनपुर के सांसद राघव लखन पाल शर्मा, बुलंदशहर के सांसद डॉ। भोला सिंह, अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, आंवला के सांसद धर्मेन्द्र कश्यप व पूर्व डीजीपी बृजलाल शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कैराना का सच क्या है, मुख्यमंत्री खुद बता दें। पाठक ने कहा कि कैराना से नागरिकों का पलायन चिंता का विषय है। राज्य सरकार इसे संभालने की बजाय राजनैतिक बयानबाजी कर रही है। खुद राज्य का प्रशासनिक अमला स्वीकार कर रहा है कि वहां रंगदारी को लेकर हत्याएं हो चुकी हैं।

Posted By: Inextlive