- पार्किग का ठेका रोड किनारे का जबकि सर्विस लेन पर भी बना दी पार्किग

- दो पहिया से बीम रुपये और चार पहिया तीस से चालीस रुपये की वसूली

- स्टैंड की पर्ची में भी गोलमाल, न नंबर और न पैसे का जिक्र

LUCKNOW: राजधानी में कई जगहों पर पार्किंग के नाम पर ठेकेदार अवैध वसूली कर रहे हैं। उनमें से ही एक है गोमती नगर स्थित फन मॉल के सामने की पार्किंग। यहां पर खुलेआम नियम विरुद्ध ठेकेदार के गुर्गे जनता से पार्किंग के नाम पर दोगुने से अधिक शुल्क वसूल रहे हैं। वहीं जो इनका विरोध करता है तो ठेकेदार के गुर्गे उनसे अभद्रता और मारपीट तक पर उतरू हो जाते हैं। सरेआम हो रही इस वसूली को न कोई रोकने वाला है और न कोई टोकने वाला। गौरतलब है कि यहां की पार्किंग का ठेका नरेंद्र कुमार मौर्या के नाम से है। जो उसको 16 लाख 81 हजार रुपये में दिया गया है।

सर्विस लेन पर जबरन पार्किग

नगर निगम ने फन मॉल के बाहर रोड के एक किनारे (आरआर विभाग) की तरह जाने वाली रोड पर पार्किग का ठेका दिया है। जबकि पार्किग ठेकेदार रोड किनारे पार्किग के साथ सर्विस लेन में भी जबरन खड़ी होने वाली गाडि़यों से भी पार्किग शुल्क वसूलते हैं। मतलब जहां का ठेका नहीं वहां से भी पार्किग के नाम पर वसूली करते हैं।

दोगुना वसूल हैं पार्किग शुल्क

पार्किग में खड़ी होने वाली गाडि़यों से नियम विरुद्ध दो गुनी रकम वसूल की जाती है। यहीं नहीं पार्किग में गाड़ी खड़ी करने पर जो पर्ची मिलती है वह भी नियम विरुद्ध है। न तो उसने ठेकेदार का नाम और नंबर दर्ज होता है और न ही पार्किग शुल्क के अंकित होता है। मतलब आप की गाड़ी गायब भी हो जाए तो आप क्लेम नहीं कर सकते हैं। पार्किग स्टैण्ड पर भी नगर निगम के दिशा निर्देश का बोर्ड तक गायब है। जिसमें सख्त निर्देश है कि ठेकेदार की पूरी डिटेल के साथ पार्किग शुल्क को दर्शाया जाए।

नाम किसी का, संचालक कोई और

नगर निगम में ऑनपेपर तो भले ही किसी का नाम पार्किग की ठेकेदारी में दर्ज है, लेकिन हकीकत यह है कि फन मॉल में पार्किग का संचालक पूर्वाचल का एक दबंग युवक चला रहा है। इसका खुलासा खुद पार्किग में मौजूद कर्मचारियों ने किया है।

बोली जनता

मैं मॉल में अपनी चार पहिया गाड़ी लेकर आया। मैंने सर्विस लेन में गाड़ी खड़ी की थी। स्टैण्ड के कर्मचारी ने मुझे पर्ची थमा दी और चालीस रुपये की डिमांड की हालांकि मैं तीस रुपये दिये। मुझे जो पर्ची दी गई उसने नंबर को नगर निगम की पार्किंग का कोई जिक्र है और न ही ठेकेदार का नंबर।

- गौतम, आलमनगर

फन मॉल के बाहर पार्किग को लेकर बहुत खेल होता है। पहले तो रोड से ही गाडि़यों को जबरन फुटपाथ पर खड़ी करने के लिए दबाव बनाया जाता है। रोड पर गाड़ी खड़ी करने पर दो गुना पैसों की डिमांड की जाती है। विरोध करने पर स्टैण्ड पर मौजूद ठेकेदार के कर्मचारी लड़ने पर उतारू हो जाते है। मजबूरी में उनसे उलझने की जगह पैसा दे देते है।

- मो। दानिश, आलमबाग

नगर निगम ने आरआर विभाग की तरह जाने वाली रोड के एक तरफ पार्किग का ठेका दिया है। अगर पार्किग सर्विस लेन में लगाई जा रही तो सरासर गलत है। पर्ची में ठेकेदार का नंबर और पैसा का जिक्र होना चाहिए। ज्यादा पैसे के वसूली की शिकायत मिली है। इस मामले की मंगलवार को जांच कराई जाएगी।

- अनूप कुमार बाजपेई, अपर नगर आयुक्त प्रभारी जोन चार

नंबर गेम

दो पहिया गाड़ी का फिक्स रेट - 10 रुपये (पूरे दिन का)

चार पहिया गाड़ी का फिक्स रेट - 20 रुपये (पूरे दिन का)

वसूला जाता है पैसा

दो पहिया वाहन - 20 रुपये

चार पहिया वाहन - 30 से 40 रुपये

हर दिन दो पहिया वाहन पार्किग (एवरेज) - पांच सौ

हर दिन चार पहिया वाहन पार्किग (एवरेज) - ढाई सौ से तीन सौ

- हर दिन करीब 18 हजार रुपये की वसूली

- हर महीने साढ़े पांच लाख रुपये की वसूली

Posted By: Inextlive