विधानसभा चुनाव में वहीं कर्मचारी ड्यूटी पर लगेंगे जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। इस आदेश ने परिवहन निगम प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया है। कारण यह है कि वैक्सीन की दोनों डोज तो दूर कई ड्राइवरों और कंडक्टरों ने इसकी पहली डोज ही नहीं लगवाई है। ऐसे में विभाग को फुल वैक्सीनेटेड ड्राइवर और कंडक्टर तलाशने में दिक्कतें आ रही हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव में जो बसें भेजी जा रही हैं। उनमें सीआरपीएफ, आईटीबीटी, बीएसएफ, सीआईएफएस के जवान सफर करेंगे। इसके लिए सिर्फ 17 हजार के करीब ड्राइवर ही चाहिए होंगे। वहीं विभाग में अभी तक करीब 30 फीसद ड्राइवरों ने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई हैं।4000 बसें लगेंगीइस बार विधानसभा चुनाव में 4000 बसों का बेड़ा लगेगा। इसके लिए रोडवेज बसों की बुकिंग शुरू कर दी गई है। बीते महीने निगम प्रशासन ने चुनाव में बसें नहीं देने का अनुरोध जिला निर्वाचन अधिकारी से किया था, पर सुरक्षा बलों ने प्राइवेट बसों को ठुकराकर रोडवेज बसों की मांग रखी। इस वजह से निगम प्रशासन को प्रदेश भर में चुनाव के दौरान बसों की सप्लाई का जिम्मा मिला है। इन शर्तो को पूरा करना है- बस ड्राइवर को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हों- बसों में अनुभवी चालक ही नियुक्त हों


- प्राथमिक उपचार किट होना जरूरी - बसों का सेनिटाइजेशन नियमित रूप से कराया जाए- बसों के बाहर और अंदर की साफ सफाई हो

- बसों के खिड़कियों के शीशे सही हालत में हो

डबल डोज वाले कर्मियों की सूची डिपो स्तर पर बनाई जा रही है। जहां कमी होगी वहां के एआरएम तत्काल स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर कर्मियों के लिए वैक्सीन कैंप लगाए जाएंगे।अनघ मिश्रा, प्रधान प्रबंधक, परिवहन निगम, लखन

Posted By: Inextlive