570 हेल्थ वर्कर्स का किया गया था रैपिड एंटिजन टेस्ट

116 कोविड वार्ड में करने वाले कर्मचारी शामिल

444 नॉन कोविड वार्ड में काम करने वाले कर्मचारी शामिल

2.5 कोविड वार्ड में काम करने वालों में मिली एंटीजन

2.25 नॉन कोविड वार्ड में काम करने वालों में मिली एंटीजन

- केजीएमयू के कोविड वार्ड में 2.5 फीसद हेल्थ वर्कर्स में मिले एंटीजन

- काउंसिलिंग कर इनसे जल्द कराया जाएगा प्लाज्मा डोनेट

LUCKNOW: कोरोना से सीधी टक्कर ले रहे हेल्थ वर्कर्स अब कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज में भी योगदान करेंगे। इसके लिए केजीएमयू में हेल्थ वर्कर्स का रैपिड एंटिजन टेस्ट सर्वे कराया गया था। जिसमें सामने आया कि कोविड वार्ड में काम करने वाले करीब 2.5 फीसद और नॉन कोविड वार्ड में ड्यूटी करने वाले 2.25 फीसदी कर्मचारी संक्रमित होकर ठीक भी हो चुके हैं।

570 हेल्थ वर्कर्स का टेस्ट

ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। तूलिका चंद्रा ने बताया कि हमारे हेल्थ वर्कर्स कोविड और नॉन कोविड दोनों जगहों पर ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में करीब 570 हेल्थ वर्कर्स का रैपिड एंटिजन टेस्ट कराया गया। जिसमें 116 कोविड और 444 नॉन कोविड में ड्यूटी करने वाले थे। टेस्ट से पता चला कि कोविड में शामिल 3 और नॉन कोविड में काम करने वाले करीब 10 लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटी बॉडी पाई गई। ये सभी संक्रमित बिना लक्षण वाले थे। इनमें से किसी को भी भर्ती नहीं किया गया था और ये अपने आप ठीक हो गए थे।

प्रोटोकॉल फॉलो करें

डॉ। चंद्रा ने बताया कि सर्वे से दो बातें सामने आई हैं। पहली यह कि कम्युनिटी डेंजर करीब 3.4 फीसद है। जबकि हमारे वर्कर्स में यह सिर्फ 2.5 फीसद मिला। इससे यह साफ हुआ कि जो प्रोटेक्शन प्रोटोकॉल फॉलो कर रहे हैं, उनके संक्रमित होने की संख्या बहुत कम है।

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जल्द करेंगे काउंसिलिंग

डॉ। चंद्रा ने बताया कि हमारे यहां 21 कोरोना संक्रमित ठीक होकर प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं, हालांकि मरीजों के हिसाब से यह बहुत कम है। अब जल्द ही इन वर्कर्स की काउंसिलिंग की जाएगी, ताकि इनका भी प्लाज्मा कलेक्ट किया जा सके। हम कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे अपना प्लाज्मा डोनेट करें। डॉ। चंद्रा ने बताया कि उम्मीद है कि 10 दिन में यहां प्लाज्मा बैंक शुरू हो जाएगा। इससे कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी।

Posted By: Inextlive