कुछ वर्षों से सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों में महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। ट्रामा सेंटर में सिर में चोट वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ी है क्योंकि अधिकतर महिलाएं दोनों पैर एक ही तरफ रखकर बैठती हैं। ऐसे में कोई दुर्घटना होने पर वे उछल कर गिर जाती हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। भारत में प्रतिवर्ष सड़क दुघटनाओं में करीब डेढ़ लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। ऐसी दुघटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर आता है। हालांकि, सड़क दुर्घटना की वजह से होने वाली मौतों के मामलों में प्रदेश पहले स्थान पर है। प्रदेश में सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 20-22 हजार प्रतिवर्ष रही है। ये दुर्घटनाएं एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार हैं, जो दर्ज होती हैं। पर दुर्घटनाओं की वजह से होने वाली मौतों की असल संख्या इससे काफी अधिक होती है। ऐसे हादसों में सिर पर चोट की वजह से लोग दिव्यांग तक हो जाते हैं, जिनकी संख्या काफी अधिक होती है। ऐसे में बचाव के लिए बाइक सवार दोनों लोगों के लिए हेलमेट अनिवार्य रूप से पहनना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से करीब 90 फीसदी तक हादसों की वजह से होनेे वाली मौतों को रोका जा सकता है।


हेलमेट का स्ट्रैप बांधना भी बेहद जरूरी

केजीएमयू ट्रामा सेंटर के सीएमएस प्रो। संदीप तिवारी के मुताबिक, सड़क दुर्घटना में होने वाली ज्यादातर मौतें दो-पहिया वाहन चालकों की होती हैं। लखनऊ में भी चालान कटने के बावजूद केवल आगे बैठा व्यक्ति ही हेलमेट पहनता है। ट्रामा सेंटर के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिर की गंभीर चोट सबसे ज्यादा गाड़ी में पीछे बैठने वाले को ही लगती है, क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता। इसके अलावा, कई लोग हेलमेट तो पहनते हैं लेकिन स्ट्रैप नहीं बांधते, जबकि इसे लगाना बेहद जरूरी है। कई बार दुर्घटना होने पर जब व्यक्ति गिरता है तो स्ट्रैप न लगा होने पर हेलमेट छिटकर दूर गिर जाता है, जिससे सिर में गंभीर चोट लग जाती है।महिलाओं में बढ़ रहे मामलेकुछ वर्षों से सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों में महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। ट्रामा सेंटर में सिर में चोट वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ी है, क्योंकि अधिकतर महिलाएं दोनों पैर एक ही तरफ रखकर बैठती हैं। ऐसे में कोई दुर्घटना होने पर वे उछल कर गिर जाती हैं। चूंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता, जिससे सिर की गंभीर चोटें लगती हैं। ऐसे में उनकी मौत या दिव्यांग होने की संभावना भी बढ़ रही है।अंदरूनी चोट बेहद खतरनाक

लोहिया संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो। दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, हेलमेट न पहनने से दुर्घटना होने पर सिर पर गंभीर चोट लगने की संभावना सबसे अधिक रहती है। गंभीर हेड इंजरी की वजह से ही सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। सिर की चोट लगने से केवल मौत ही नहीं होती बल्कि उससे पांच-छह गुना ज्यादा लोग शारीरिक रूप से विकलांग हो जाते हैं। उनके हाथ-पैर काम करना बंद कर सकते हैं। मरीज हमेशा के लिए बेड पर लेटा रह सकता है। दरअसल, जब गाड़ी से दुघर्टना होने पर अचानक तेज झटका लगता है तो ब्रेन खोपड़ी के अंदरूनी हिस्से से टकरा जाता है। जिससे अंदरूनी चोट लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इससे ब्रेन के अंदर खून का थक्का जम सकता है और ब्रेन हैमरेज तक हो सकता है। वहीं, अंदरूनी चोट लगने से लकवा मार जाना, आंख की रौशनी का चली जाना, आवाज का चला जाना और मौत तक हो सकती है। सेफ्टी के लिए हेलमेट पहनना बेहद जरूरी है, क्योंकि कोई दुर्घटना होने की अवस्था में हेलमेट हमारे सिर पर होने वाले इंपैक्ट को करीब 80-85 फीसद तक कम कर देता है, जिससे जान बच सकती है।इन बातों का रखें ध्यान
एक्सपर्ट बताते हैं कि हेलमेट खरीदते समय भी ध्यान रखना चाहिए। इसे सड़क किनारे से न खरीदा गया हो और यह आईएसआई मार्क वाला हो। साथ ही इसका वजन 700 ग्राम से सवा किलो के बीच तक ही होना चाहिए। इससे अधिक हल्का या भारी हेलमेट नहीं पहनना चाहिए। साथ ही, अंदर फोम की जगह पॉलीस्ट्रीन की कोटिंग होना जरूरी है, जो झटके के इंपैक्ट को कम करने का काम करती है। आंकड़ों के अनुसार, सही और अच्छा हेलमेट पहनने से दुर्घटना होने पर करीब 85-90 फीसदी तक मौतों को बचाया जा सकता है।अंदरूनी चोट के नुकसान- खून का थक्का जमना- ब्रेन हेमरेज होना- लकवा मार जाना- आंख की रौशनी जाना- आवाज चली जाना- मौत हो जानाये सावधानियां बरतें- ओवर स्पीडिंग न करें- शराब पीकर गाड़ी न चलायें- हेलमेट पहनें और स्ट्रैप भी बांधें- दोनों सवारियां हेलमेट पहनेंवाहन चलाते समय हेलमेट पहनना बेहद जरूरी होता है। कई बार देखने में आता है कि हादसे के दौरान हेलमेट लगाने की वजह से वाहन सवार की जान बच जाती है। ऐसे में जरूरी है कि वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें। हेलमेट पहनने का एक फायदा यह भी है कि वाहन चलाने के दौरान आंखों में धूल इत्यादि नहीं जाती है। मेरी सबसे यही अपील है कि वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें।-रईस अख्तर, डीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive