हनी ट्रैप कर ब्लैकमेल करने वाले एक गैैंग का पीजीआई पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने गैैंग के दो मेंबर्स को गिरफ्तार किया है जबकि साजिश रचने वाली महिला व मुख्य आरोपी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। गैैंग ने आवास विकास परिषद में कार्यरत एक अफसर को अपना निशाना बनाया था और उसे लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे। पैसों की ज्यादा डिमांड बढऩे पर पीडि़त ने पीजीआई पुलिस से इस मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया और गैैंग के मददगार दो आरोपियों को दबोच लिया।

लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई इलाके में महिला के साथ साजिशन व्यक्ति का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने के कई मामले सामने आ रहे हैं। एक मामले में पीडि़त ने पुलिस के सामने गुहार लगाई और पुलिस सक्रिय हुई और हनी ट्रैप करने वाले दो साजिशकर्ता कौशल किशोर दरोगा खेड़ा निवासी सुनील रावत बुद्धेश्वर निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया की कौशल किशोर व सुनील रावत यह दोनों लोग साउथ सिटी में मिलेनियम स्कूल के पास रहने वाली कोमल महिला के साथ मिलकर के ब्लैकमेल कर रहे थे।

घर बुलाकर बनाते थे अश्लील वीडियो
आरोपी महिला कोमल अपने दो अन्य साथियों के साथ पूरी प्लानिंग के तहत अपने शिकार को बहाने से घर में बुलाते थे और उसके साथ अश्लील वीडियो बनाकर कर उसे ब्लैकमेल करती थी। इस काम में महिला का एक साथी जुगनू भी था। पीजीआई में हनी ट्रैप व ब्लैकमेलिंग का मामला कुछ दिन पहले पीडि़त ने दर्ज कराया था। पीडि़त आवास विकास में कार्यरत है और उसे घर बेचने के बहाने बुलाया गया था। कमरे में बंद कर महिला ने साथियों की मदद से जबरन अश्लील वीडियो बना लिया था। पुलिस के अनुसार चार लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। पीडि़त ने करीब 90 हजार रुपये ब्लैकमेल करके ले लिए गए थे। उसपर वीडियो वायरल करने व झूठे केस में फंसाने के नाम पर लगातार धमकी दी जा रही थी।

तीन माह में 10 शिकार
एडीसीपी पूर्वी ने बताया की कौशल किशोर व सुनील रावत के पकड़ में आने के बाद साजिशकर्ता महिला कोमल उसका साथी जुगनू फरार हो गए। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के बाद कई और नाम खुलासे में आए हैं जिन पर पुलिस की नजर है पुलिस के अनुसार पिछले 3 माह में पकड़े गए दोनों युवकों ने 8 से 10 लोगों का अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया, जिन्होंने अपनी बदनामी के डर से पुलिस के पास नहीं आए जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते रहे,उन लोगो ने 25 से 30 लाख रुपए तक की वसूली तीन माह में की जा चुकी है।

Posted By: Inextlive