- 511 चौराहे और तिराहे शहर में

- 106 चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट से दौड़ रहा ट्रैफिक

- 170 चौराहों पर अभी लगने हैं ट्रैफिक सिग्नल लाइट

- शहर के कई प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट की जरूरत

- सिग्नल लाइट न होने की वजह से लगता है लंबा जाम

- कई बार हो चुके हैं हादसे

LUCKNOW राजधानी में छोटे-बड़े मिलाकर करीब 511 तिराहे व चौराहे हैं, जहां ट्रैफिक का मूवमेंट रहता है। स्मार्ट सिटी के तहत अभी तक शहर के मात्र 106 चौराहे व तिराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट से ट्रैफिक का मूवमेंट हो रहा है। वहीं शहर में कई ऐसे बिजी चौराहे हैं, जहां पर ट्रैफिक सिग्नल की काफी जरूरत है, लेकिन वहां पर सिग्नल नहीं हैं। हालांकि ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि जल्द ही करीब 170 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट से दौड़ेगा। पेश है एक रिपोर्ट।

सबसे ज्यादा सिग्नल की जरूरत

लालबाग चौराहा

लालबाग चौराहा शहर के बिजी चौराहों में से एक है। यहां पर रोजाना लाखों लोगों का रन रहता है। यहां से चंद कदमों की दूरी पर नगर निगम मुख्यालय, नाजा मार्केट समेत कई मार्केट हैं। यहां पर हमेशा जाम लगा रहता है। वहीं चौराहे पर ट्रैफिक ड्यूटी भी नहीं लगती है। यहां पर ट्रैफिक सिग्नल की बहुत जरूरत है, लेकिन यहां पर सिग्नल अब तक नहीं लगा।

कई मुख्य ऑफिस और मार्केट है

हजरतगंज फायर स्टेशन रोड

यह भी मुख्य रोड है। इस रोड पर हजरतगंज कोतवाली, फायर स्टेशन मुख्यालय समेत मोटर पार्टस मार्केट है। इसकी वजह से यहां पर दिन भर जाम लगा रहता है। तिराहे पर ट्रैफिक लाइट न होने के चलते लोग आड़े तिरछे वाहन निकालते हैं, इसकी वजह से जाम लगता है। कई बार एंबुलेंस तक यहां फंस जाती है। यह रोड लालबाग चौराहे की तरफ भी जाती है। यहां पर भी ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत है, लेकिन इसकी अनदेखी की गई।

सिग्नल लाइट लगी पर नहीं चालू

चिरैयाझील चौराहा

हजरतगंज का चिरैयाझील चौराहा बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह चौराहा सेंट्रल जोन को पश्चिम जोन से भी जोड़ता है। यहां चार तरफ से ट्रैफिक का मूवमेंट रहता है। स्टेडियम की तरफ से आने वाले ट्रैफिक के साथ साथ कचहरी की तरफ से भी ट्रैफिक आता है। वहीं गोमती बंधे से ट्रैफिक और सिकंदरबाग व सहारागंज की तरफ से भी ट्रैफिक रन करता है। यहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक सिग्नल लाइट की जरूरत है। हालांकि यहां लाइट तो लग गई है, लेकिन अभी तक चालू नहीं हुई है। इस चौराहों पर एक्सीडेंट का भी खतरा सबसे ज्यादा रहता है।

लगाई जाती है ट्रैफिक ड्यूटी

गोमती बंधा स्मृति वाटिका तिराहा

गोमती बंधे पर स्मृति वाटिका तिराहा निशातगंज से हजरतगंज के साथ साथ महानगर से आने वाले बंधे को भी जोड़ता है, जिसके चलते तीन तरफ का ट्रैफिक एक साथ मूव करता है। हालांकि इस तिराहे पर ट्रैफिक ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन कई बार ड्यूटी पर सिपाही के तैनात न होने पर जाम की स्थित बन जाती है। इस चौराहे पर भी ट्रैफिक सिग्नल लाइट नहीं है जबकि दो सौ मीटर की दूरी पर पेपर मिल तिराहे पर ट्रैफिक सिग्नल से ट्रैफिक का मूवमेंट होता है।

शाम को लगता है लंबा जाम

भूतनाथ तिराहा

भूतनाथ तिराहा इंदिरानगर के ए-बी व सी ब्लॉक के अलावा कई और रास्तों को जोड़ता है। इसके चलते तिराहे पर दिन भर ट्रैफिक का मूवमेंट रहता है। भूतनाथ मार्केट के चलते तिराहे पर शाम को जाम की स्थित बन जाती है। कई बार सामने और पीछे से आने वाली गाडि़यों की भिड़ंत तक हो चुकी है। इस चौराहों पर न तो ट्रैफिक ड्यूटी लगाई जाती है और न ही ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगाई गई जबकि यहां पर इसकी काफी जरूरत है। खासकर शाम के वक्त तो अक्सर लंबा जाम लग जाता है।

सिग्नल लाइट लगी पर चालू नहीं

इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा

इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे की गिनती शहर के प्रमुख चौराहों में होती है। सीतापुर रोड हाईवे होने के चलते यहां दिन भर लाखों वाहन गुजरते हैं। हालांकि चौराहों पर ट्रैफिक ड्यूटी के साथ साथ पुलिस पिकेट भी लगाई जाती है, लेकिन चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगी होने के बाद भी अब तक चालू नहीं हो सकी है।

कोट

शहर के करीब 170 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट से ट्रैफिक का मूवमेंट कराने की तैयारी पूरी हो चुकी है। कई चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लग चुकी है। ट्रायल के बाद उन्हें ट्रैफिक सिग्नल के आधार पर ट्रैफिक मूवमेंट कराया जाएगा। बाकी चौराहों पर जल्द से जल्द ट्रैफिक सिग्नल लाइट के जरिये ट्रैफिक रन कराया जाएगा।

सुरेश चंद्र रावत, एडीसीपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive