- दुकान मालिक समेत एक ग्राहक घायल, नौकर के उड़ गए पैर

- धमाके से पूरा मकान ध्वस्त, एनडीआरएफ व फायर ब्रिगेड ने किया रेस्क्यू

- सिलेंडर विस्फोट व पटाखे के धमाके के बीच उलझी रही पुलिस

टाइम लाइन

10.35 बजे - शॉप में धमाका

10.45 बजे - पुलिस को सूचना

11.00 बजे - पारा पुलिस मौके पर

11.05 बजे - फायर ब्रिगेड मौके पर

11.15 बजे - मलबे में दबे शव को निकाला गया

11.30 बजे - एडीसीपी व पुलिस अफसर मौके पर

12.00 बजे- एनडीआरएफ व एसडीआरएफ मौके पर

3.00 बजे - पूरा मकान ध्वस्त किया गया

LUCKNOW : आलमनगर में रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे जनरल मर्चेट शॉप में मंगलवार सुबह संदिग्ध हालात तेज धमका हुआ। धमाका इतना तेज था कि दो मंजिला मकान स्थित शॉप के साथ घर की दीवारें व छत तक ढह गई। वहीं आसपास के मकान की दीवारों में दरारें पड़ गई। विस्फोट से शॉप में काम करने वाले नौकर की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं शॉप ऑनर के साथ एक अन्य युवक भी घायल हो गया। दुकान मालिक जहां सिलेंडर में विस्फोट से हादसा बता रहा है। वहीं मृतक व आसपास के लोग दुकान में अवैध पटाखे का भंडारण होने के चलते विस्फोट होने की बात कह रहे हैं। पुलिस दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।

धमाके से शॉप के वर्कर की मौत

आलमनगर रेलवे ओवर ब्रिज मोहन रोड स्थित विजय गुप्ता की दुकान विजय ट्रेडर्स के नाम से है। वहीं बगल में उनके भाई बबलू गुप्ता का मानवी जनरल स्टोर है। मंगलवार सुबह शॉप पर विजय और उनका नौकर सुशील मौजूद था। सुबह 10.35 बजे अचानक शॉप में तेज आवाज के साथ धमाका हो गया। धमाके साथ दुकान की छत व दीवारें ढह गई, जिसके मलबे के नीचे दबकर बुद्धेश्वर निवासी नौकर सुशील गुप्ता (40) की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं विजय गुप्ता घायल हो गये जबकि शॉप के काउंटर में खड़ा एक अन्य युवक भी घायल हो गया।

धमाके से शरीर के कपड़े तक उड़ गए

विजय की शॉप पर हुए धमाके ने पूरे इलाके को थर्रा दिया। कई मकानों के कांच व प्लास्टर तक टूट कर गिर गए। यहां तक शॉप के अंदर काम कर रहे नौकर सुशील के शव को जब मलबे से निकाला गया तो उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं मिला। यहां तक की धमाके में उसके दोनों पैर भी उड़ गए।

एनडीआरएफ व फायर ब्रिगेड ने किया रेस्क्यू

विस्फोट की सूचना पर पहुंची पारा पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मलबे से सुशील के शव को बाहर निकाला। घायल विजय को इलाज के लिए पास के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं काउंटर में खड़ा ग्राहक भी धमाके में घायल हुआ, लेकिन हादसे के बाद वह कहीं चला गया। पुलिस को घायल युवक नहीं मिला। विस्फोट होने से मकान गिरने से उसके मलबे के नीचे लोगों के दबे होने की सूचना पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने दो जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया। करीब दो घंटे मलबा हटाने के बाद उसमें किसी के दबे न होने की पुष्टि पर टीम लौट गई।

विस्फोट के सबूत तलाशती रही पुलिस

शॉप ऑनर विजय और उसके भाई का कहना है कि सिलेंडर फटने से विस्फोट हुआ जबकि स्थानीय लोगों के साथ-साथ नौकर सुशील के परिजनों का कहना है कि शॉप में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया गया था। इसी वजह से धमाका हुआ और सुशील की मौत हो गई। पुलिस विस्फोट के कारण की जांच के लिए करीब चार घंटे तक मकान के ध्वस्त मलबे से सबूत जुटाने में जुटी रही। वहीं पुलिस टीम जेसीबी की मदद से देर शाम तक मलबा से विस्फोटक व सिलेंडर के अवशेष तलाशती रही। साथ ही विस्फोट के सही कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेसिंक टीम ने मौके से नमूने एकत्र किए।

शॉप ऑनर को ठहराया पति के मौत का जिम्मेदार

शॉप में काम करने वाले सुशील की पत्नी अनीता ने दुकान में विजय गुप्ता पर दीपावली में अवैध पटाखा भंडारण करने का आरोप लगाते हुए हादसे का जिम्मेदार ठहराया। दुकान में कुछ पटाखे भी दिखाई दिये। एडीसीपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया प्रारंभिक जांच में विस्फोट सिलेंडर से होने की बात सामने आई है। फॉरेसिंक रिपोर्ट व साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive