- पीजीआई में पेट की समस्या को लेकर किया गया सर्वे

- भारत में प्रत्येक एक लाख में महज 10 लोगों में समस्या

LUCKNOW: भारत में पेट की समस्या अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा देखने को मिलती है। इसके बावजूद अन्य देशों के मुकाबले हमारे देश में पेट के कैंसर की समस्या सबसे कम है। इसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे शाकाहारी खाने का है। जापान में एक लाख में करीब 110 से 140 लोगों में पेट का कैंसर देखा गया है जबकि भारत में एक लाख लोगों में महज 10 लोगों में ही पेट के कैंसर की समस्या देखी गई है। यह जानकारी पीजीआई के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रो। यूसी घोषाल की एक रिसर्च में सामने आई है।

पेट की समस्या को लेकर किया सर्वे

प्रो। यूसी घोषाल ने बताया कि भारत में पेट की कौन-कौन सी समस्या है और कौन सी समस्या सबसे ज्यादा कॉमन हैं यह देखने के लिए कई लोगों ने मिलकर कम्युनिटी स्टडी की। इसके तहत गांव और शहर का दौरा किया गया। यह स्टडी सबसे पहले जौनपुर से शुरू हुई। इसके बाद इसका दायरा बढ़ाते हुए उन्नाव, लखनऊ आदि शहरों को भी शामिल किया गया।

भारत में पेट का कैंसर कम

सर्वे के दौरान यह देखने को मिला कि प्रत्येक पांच में एक इंसान पेट संबंधित बीमारी से लंबे समय से ग्रसित चला आ रहा है। वहीं सर्वे में पेट के कैंसर की समस्या के बारे में भी देखा गया, जिसमें पाया गया कि भारतीयों में पेट के कैंसर की समस्या सबसे कम है, जो एक अच्छी खबर है जबकि चीन और जापान जैसों देशों पर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि वहां पर यह समस्या ज्यादा पाई जाती है।

बैक्टीरियल लोड भारतीयों में ज्यादा

पेट का कैंसर इंफेक्शन की वजह से होता है। इसके लिए हेलीकोवेक्टर पाइलोरी नामक बैक्टीरिया जिम्मेदार होता है। प्रो। यूसी घोषाल बताते हैं कि अगर हम 100 भारतीय एडल्ट को लेकर देखें तो बैक्टीरियल लोड 60-70 फीसद में पाया जाता है जबकि जापान में महज 30-40 फीसद लोगों में यह बैक्टीरियल लोड पाया जाता है। इसके बावजूद हमारे यहां पेट का कैंसर दूसरे देशों के मुकाबले कम पाया जाता है।

हल्दी, प्याज व पत्तेदार सब्जियां फायदेमंद

स्टडी में पाया गया कि बैक्टीरिया ज्यादा है, लेकिन इसके बावजूद पेट का कैंसर सबसे कम है। इस पर जानकारी जुटाई गई, जिसमें पाया गया कि इसके लिए शाकाहारी खानपान का महत्व अहम है। पत्तेदार सब्जियां और फल पेट के कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं। इसके अलावा हल्दी और प्याज भी बचाव करता है जबकि मीट का सेवन करने से पेट का कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है। भारत में बड़ी जनसंख्या शाकाहारी है जबकि जापान में अधिकतर लोग मांसाहारी और मछली का सेवन करते हैं। दुनिया के दूसरे देशों में देखा जाए तो हल्दी का इस्तेमाल न के ही बराबर होता है। वहां अधिकतर उबला हुआ खाना खाते हैं। गांव में प्याज का सेवन खाने के साथ ज्यादा होता है, जो पेट के कैंसर में बचाव करता है। सही मायनों में कहा जाए तो पेट के कैंसर का सीधा संबंध डायट से जुड़ा हुआ है।

कोट

भारतीय शाकाहारी ज्यादा होते हैं इसलिए पेट के कैंसर की संख्या दूसरे देशों के मुकाबले कम है। जीन नहीं बदल सकते, लेकिन खानपान बदल की बचाव कर सकते हैं।

- प्रो। यूसी घोषाल, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग, पीजीआई

Posted By: Inextlive