- कोरोना की वजह से इंडस्ट्री को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

- इंडस्ट्री के लोगों को बजट से बहुत उम्मीदें

LUCKNOW: कोरोना महामारी का सबसे बुरा असर इंडस्ट्री पर ही पड़ा है। ऐसे में इंडस्ट्री के लोगों को इसबार के आम बजट से काफी उम्मीदें हैं। उद्यमियों को उम्मीद है कि वित्तमंत्री इंडस्ट्री के हितों को ध्यान में रखते हुए बजट पेश करेंगी। इसमें जीएसटी सरलीकरण, लोन इंट्रेस्ट रेट में कमी के साथ बिजली और पेट्रोलियम के दामों में राहत देने समेत कई प्रभावी कदम होंगे। इससे इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलने के साथ सरकार का राजस्व भ्ाी बढ़ेगा।

आत्मनिर्भर भारत मुहिम काे बल मिलेगा

कंफिडिरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्रीज यूपी स्टेट काउंसिल के चेयरमैन अंकित गुप्ता बताते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। ऐसे में सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपनी जीडीपी का एक प्रतिशत खर्च बढ़ाएं। इसके तहत रूरल और अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस होना चाहिए। इससे अर्थव्यवस्था में तेजी आयेगी। इसके अलावा अपनी जीडीपी का 2 फीसद तक रिसर्च एंड डवलपमेंट पर खर्च करना चाहिए। इससे आत्मनिर्भर भारत मुहिम को बल मिलेगा।

जीएसटी में बदलाव साल के अंत में हो

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन अवधेश कुमार अग्रवाल कहते हैं कि सरकार साल के बीच में जीएसटी में बदलाव को लेकर नोटिफिकेशन न निकाले। सरकार को इसे साल खत्म होने के दौरान लाना चाहिए। वहीं एमएसएमई इंडस्ट्री को लेकर जो पेमेंट्स होती है, वह 45 दिनों के अंदर मिले, यह भी सुनिश्चित हो। इसके बाद इंट्रेस्ट रेट में कमी लानी चाहिए, जिससे उद्योग को बढ़ावा मिले। वहीं फिक्की फ्लो लखनऊ चैप्टर की चेयरपर्सन सुरभि गर्ग बताती हैं कि महिलाओं को कम ब्याज दर पर लोन मिलना चाहिए। कोरोना में महिलाओं को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में बजट से उम्मीद है कि महिला उद्यमियों और कामकाजी महिलाओं को आगे लाने के लिए नए प्रावधान ि1कये जाएं।

किसानों के हितों को भी ध्यान में रखें

एमएसएमई कंफिडिरेशन ऑफ माइक्रो स्माल मीडियम इंटरप्राइज यूपी के चेयरपर्सन गौरव प्रकाश बताते हैं कि बजट के माध्यम से एमएसएमई और स्टार्टअप का रिवाईल जरूरी है। यह होप ऑफ बजट माना जा रहा है। सेकंड इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा फोकस होना चाहिए। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस होना चाहिए। ऑनलाइन बिजनेस उठा है, लेकिन रिटेल मार्केट बैठ गया है। एक्सपोर्ट पॉलिसी को और आसान करना होगा। साथ ही किसानों के हितों को भी ध्यान में रखना चाहिए। तभी अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी। वहीं एलयू के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर एमके अग्रवाल बजट से कई उम्मीदें रखते हैं। उनके मुताबिक वैक्सीन से इंडियन मार्केट और एक्स्पोर्ट को काफी फायदा मिलेगा। इसके लिए सरकार को नए कदम उठाने चाहिए। वहीं एमएसएमई सेक्टर को अधिक छूट मिलनी चाहिए, जो तत्काल रोजगार देने वाला होता है। इससे सरकार को ही राहत मिलती है। इसके अलावा रूरल एंड एग्रीकल्चर डवलपमेंट पर भी फोकस होना चाहिए। साथ ही टैक्स में रियायत मिले, जिससे कंज्यूमर्स ज्यादा खर्च कर सके।

कोट

1. सरकार को बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा खर्च करना चाहिए। खासकर रूरल और अर्बन सेक्टर को ध्यान में रखते हुए। आत्मनिर्भर भारत के लिए भी अलग से योजनाएं लानी चाहिए।

- अंकित गुप्ता, चेयरमैन, कंफिडिरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्रीज यूपी स्टेट काउंसिल

2. सरकार को जीएसटी में बदलाव साल के अंत में लाने चाहिए। इंट्रेस्ट रेट को भी कम करना चाहिए। उम्मीद है कि बजट इंडस्ट्री के हितों को ध्यान में रखकर होगा।

- अवधेश कुमार अग्रवाल, चेयरमैन, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

3. एमएसएमई व स्टार्टअप का रिवाइवल होना बेहद जरूरी है। इंडस्ट्री इसे बजट ऑफ होप्स मान रही है। साथ ही किसानों के हितों को भी ध्यान में रखें। तभी अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।

- गौरव प्रकाश, चेयरपर्सन, एमएसएमई कंफिडिरेशन ऑफ माइक्रो स्माल मीडियम इंटरप्राइज यूपी

4. इसबार के बजट से काफी उम्मीदें हैं। एमएसएमई को लेकर ज्यादा छूट देनी चाहिए। इसके अलावा रूरल और एग्रीकल्चर डवलपमेंट पर भी फोकस हो।

- एमके अग्रवाल, अर्थशास्त्री

5. कोरोना की वजह से महिलाओं को काफी नुकसान हुआ है। बजट से उम्मीद है कि वह ऐसा होगा जिससे महिलाओं को आगे लाया जा सके। - सुरभि गर्ग, चेयरपर्सन, फिक्की फ्लो लखनऊ

Posted By: Inextlive