- भत्ते बढ़ाने को लेकर तीसरे दिन भी डॉक्टर्स का प्रदर्शन

- कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन में पुलिस सख्त

LUCKNOW:

केजीएमयू में इंटर्न डॉक्टरों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। उधर, शिलान्यास कार्यक्रम में संस्थान पहुंचे मंत्री को डॉक्टरों के विरोध का सामना करना पड़ा। ऐसे में उन्होंने समस्या समाधान के लिए तत्काल इंटर्न डॉक्टरों को दफ्तर बुलाया। उधर कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन में 150 से अधिक इंटर्न डॉक्टरों पर चौक पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। एसीपी आईपी सिंह ने इसकी पुष्टि की।

भत्ते में बढ़ोत्तरी की मांग

इंटर्न डॉक्टरों ने कई बार संस्थान प्रशासन व शासन को भत्ता बढ़ोतरी को लेकर पत्र लिखा। उन्होंने प्रतिमाह 7500 रुपये को दैनिक स्टाइपेंड से भी कम बताया। दावा है कि केंद्रीय संस्थानों में 23,500 रुपये इंटर्न को दिए जा रहे हैं। कई राज्य 30 हजार रुपये प्रति माह तक भत्ता दे रहे हैं। सुनवाई न होने पर केजीएमयू के इंटर्न डॉक्टर गेट नंबर एक पर तीसरे दिन भी डटे रहे। उधर दिन भर पुलिस बल भी तैनात रहा। इस दौरान रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन भी इंटर्न डॉक्टर के समर्थन में उतर आया।

ब्राउन हॉल मार्च निकाला

केजीएमयू में दोपहर तीन बजे सेंटर फॉर ऑर्थोपेडिक स्पेशियलिटी का शिलान्यास कार्यक्रम था। इसमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेशा खन्ना, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह व कानून मंत्री ब्रजेश पाठक आए। इंटर्न डॉक्टरों को भनक लगते ही वह गेट नंबर एक से पोस्टर लेकर ब्राउन हाल मार्च निकाला। ऐसे में गार्ड व पुलिसकर्मी भवन के चारों ओर तैनात हो गए। अंदर कार्यक्रम चलता रहा और बाहर डॉक्टरों का प्रदर्शन। मंत्री के निकलते ही इंटर्न डॉक्टरों ने मांगों को लेकर नारेबाजी की और घेराव किया। ऐसे में अफसर सकते में आ गए। उन्होंने शाम को इंटर्न व रेजीडेंट डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल को सचिवालय स्थित कार्यालय में वार्ता के लिए बुलाया। इंटर्न डॉ। शिवम मिश्रा के मुताबिक डॉॅ.अविनाश, डॉ। अमरपाल व आरडीए से डॉ। कावेरी व डॉ। कृष्णा वार्ता में शामिल रहे।

Posted By: Inextlive