फेक करेंसी के धंधे का मास्टरमाइंड बांग्लादेश का रहने वाला है और वही नकली नोट बनाने की ट्रेनिंग भी देता है। यह शख्स है जमील। जमील ने बांग्लादेश की जहां करेंसी छपती है उस निगम से नोट छापने का तरीका सिखा था। इसके बाद अपनी इस कला के जरिए वह भारत में नकली नोट बनाने का तरीका सिखाने के साथ धंधा भी चला रहा था। अब पुलिस जमील की तलाश कर रही है। जिसने कई प्रदेशों में न केवल लोगों को नकली नोट बनाने का तरीका सिखाया बल्कि गैैंग बनाकर इसे धंधे से जोड़ा भी है।

लखनऊ (ब्यूरो) । पश्चिम जोन में तालकटोरा पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ और जीआरपी कांस्टेबल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि गैैंग का असली मास्टरमाइंड एक बांग्लादेशी नागरिक है, जिसकी पहचान जमील के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि जमील, जो अभी भी फरार है, नकली नोट बनाने व छापने में माहिर हैै। तालकटोरा पुलिस ने 12 जनवरी को इस धंधे से जुड़े सलमान उर्फ आफताब (21), मोहम्मद मुबस्सिर (20), मोहम्मद अरबाज (20), शावेज खान (22) और जीआरपी कांस्टेबल राहुल सरोज (32) को बाजार में नकली नोटों के प्रसार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

बांग्लादेश का नागरिक है जमील
डीसीपी पश्चिम सोमेन्द्र वर्मा के मुताबिक सलमान उर्फ आफताब ने अपने कबूलनामे में दावा किया कि उसने जमील से नकली नोट बनाने की कला सीखी थी। जमील बांग्लादेश के गाजीपुर जिले में स्थित सुरक्षा मुद्रण निगम के पास एक दुकान पर काम करता था। निगम उस देश की करेंसी छापता है। जमील ने वहां से कला सीखी थी। पुलिस ने सलमान से पूछताछ के आधार पर दावा किया।

2019 तक बांग्लादेश से कर रहा था ऑपरेट
पुलिस ने बताया कि 2019 से पहले जमील बांग्लादेश में नकली भारतीय नोट छापता था और फिर उसे भारतीय क्षेत्र में तस्करी करवाता था। हालांकि 2019 के बाद से सीमा सुरक्षा बल द्वारा की गई कार्रवाई और आतंकवाद विरोधी एजेंसियों द्वारा बढ़ाई गई निगरानी ने जमील को सीमा पार तस्करी रोकने के लिए मजबूर किया। वह भारत आया और नोटों का निर्माण शुरू किया।

नौकरी के नाम बनाता था कैरियर
जमील ने बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा दिया और कई गुट बना लिए। वह उन्हें नकली नोट बनाने की कला सिखाता था और फिर उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में भेजता था। उसने उन्हें नकली नोटों की कुल बिक्री में 20 प्रतिशत की हिस्सा भी देता था।


फेक करेंसी गैंग से जुड़े जमील समेत दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। वहीं जब्त किए गए नोटों को जांच के लिए भारतीय रिजर्व बैंक भेजा गया है।
- सोमेन्द्र वर्मा, डीसीपी पश्चिम

Posted By: Inextlive