सामान्य बीपी- 120 से 80

बार्डर लाइन बीपी- 140 से 90

हाई बीपी- 150 से 100

सामान्य शुगर- 120 से 140 बिना खाए-पीए

बार्डर लाइन शुगर- 180 से 200 तक

- कोरोना से ठीक होने वाले कई लोगों में बीपी और शुगर को लेकर आ रही दिक्कत

LUCKNOW:

कोरोना से ठीक होने के बाद भी कई मरीजों की कंडीशन अचानक क्रिटिकल हो जाती है, जबकि उनमें को-मोर्बिडिटी नहीं होती है। डॉक्टर्स का कहना है कि कई बार बहुत से लोग जिनकी शुगर बार्डर लाइन पर होती है वे इसे नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आपकी शुगर भी अप-डाउन होती है तो उसे डॉक्टर को दिखाएं। डॉक्टर को न दिखाने पर यह समस्या बढ़ जाएगी और आगे आपको ही परेशानी होगी।

बार्डर लाइन वाले करें परहेज

केजीएमयू के डेंटल में मैक्जिलोफेशियल सर्जरी विभाग के डॉ। यूएस पाल बताते हैं कि एक व्यक्ति का बीपी 140-90 था लेकिन दवा नहीं खाता था। वो व्यक्ति भी को-मार्बिड कंडीशन का पेशेंट है। ऐसे में उसे बुखार, तनाव, इंफेक्शन या कोई दिक्कत आएगी तो वह क्रिटिकल रेंज में आ जाएगा। अगर किसी का बीपी 140-90 है तो वो उसे 120-80 तक लाने की कोशिश करें। वो यह न सोंचे कि हम दवा क्यों खाएं। अगर दवा न भी खाएं तो इतना परहेज और एक्सरसाइज करें कि बीपी 120-80 पर मैनटेंन रहे क्योंकि 140-90 बार्डर लाइन से बीपी 150-100 होने में देर नहीं लगेगी।

शुगर वाले रखें ध्यान

डब्ल्यूएचओ के अनुसार बिना खाए-पीए 120-140 शुगर लेवल है, तो नार्मल मानी जाती है और अगर 140 से ऊपर है तो डायबिटीज है। दूसरी ओर अगर खाने के 1 घंटा बाद लेवल 180 तक नार्मल है और 180-200 लेवल तक बार्डर लाइन माना जाता है। अगर खाने के बाद बार्डर लाइन क्रॉस कर गया है तो उसमें डायबिटीज माना जाता है। ऐसे में बार्डर लाइन वाले अपना विशेष ध्यान रखें।

लोग बताते भी नहीं हैं

डॉक्टर्स का मानना है कि किसी को बीपी, शुगर या अन्य कोई दिक्कत आती है तो वह अपने परिजनों को इसे लेकर बताते नहीं हैं। ऐसे में कई बार मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ जाती है। डॉक्टर तीमारदार से बीमारी या दवा के बारे में पूछते हैं तो उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं होती है। ऐसे में जरूरी है कि अगर आपको ऐसी कोई दिक्कत है तो उसे तुरंत अपने परिजनों का बताएं, जिससे डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री जान सकें। वहीं आजकल जो हालात हैं, उसे देखते हुए लोग अच्छी डाइट लें और एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल करें।

इन बातों का रखें ध्यान

- कोई भी दिक्कत होने पर परिजनों से न छुपाएं

- बार्डर लाइन पर हो तो सावधानी रखें

- परहेज व एक्सरसाइज से नार्मल लेवल पर आने की कोशिश करें

- दवा नहीं खा रहे तो डॉक्टर से परामर्श करें

- बीपी व शुगर लेवल चेक करते रहें

अगर आप बीपी या शुगर के बार्डर लाइन पर है तो ज्यादा सर्तक रहने की जरूरत है। परहेज व एक्सरसाइज से खुद को नार्मल लेवल पर लाने की कोशिश करें।

डॉ। यूएस पाल

Posted By: Inextlive