रखें हिम्मत, बनें होशियार, कैंसर भी जाएगा हार
80 कैंसर मरीज हर एक लाख जनसंख्या पर
34 फीसद कैंसर मरीज धूम्रपान करने वाले - अपनी हिम्मत और डॉक्टरों की सलाह मानने से आप भी हरा सकते हैं कैंसर को - अब राजधानी में भी उपलब्ध है कैंसर का विश्वस्तरीय इलाज LUCKNOW: कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही मन में डर बैठ जाता है और लगता है कि अब जान बचना संभव नहीं है। जबकि ऐसा है नहीं। डॉक्टर्स का कहना है कि अगर समय से इस बीमारी का पता चले तो इसे हराया जा सकता है। अब राजधानी में भी कैंसर का अत्याधुनिक इलाज उपलब्ध है। इस बीमारी से ठीक होने के लिए मरीज में धैर्य और आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। बाक्स यूपी में इन कैंसर के सर्वाधिक मरीज - पुरुषों में सर्वाधिक मुंह के कैंसर की समस्या है। इसके बाद लंग और पेट के कैंसर की मरीज सामने आते हैं।- महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या सर्वाधिक होती है। इसके बाद बच्चेदानी के कैंसर के मरीज आते हैं।
अब पूरा इलाज हैडॉ। समीर गुप्ता ने बताया कि कैंसर का फर्स्ट स्टेज में पता चले तो इसका पूर्ण इलाज संभव है। सर्जरी, कीमोथेरेपी व रेडियोथेरपी के कांबिनेशन से कैंसर ठीक हो जाता है। शुरुआत में तो किसी एक ही विधि से पूर्ण इलाज संभव है। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता जाता है, कई थेरेपी का सहारा लेना पड़ता है। कैंसर ठीक होने के बाद फिर हो सकता है, इसका प्रमुख कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना होता है।
बाक्स कैंसर और उसके कारण - धूम्रपान से मुंह, गले, फेफड़े, पेट और मूत्राशय का कैंसर - तंबाकू, पान के सेवन से मुंह, जीभ, आहार नाल, पेल, गले, गुर्दे, पेनक्रियाज का कैंसर - शराब से सांस नली, भोजन नली, और तालु का कैंसर - अधिक नमक और कम रेशे वाले भोजन से बड़ी आंत का कैंसर - अधिक दवाओं से पेट, लिवर और मूत्राशय का कैंसर बाक्स राजधानी बन रहा कैंसर इलाज का हब राजधानी कैंसर ट्रीटमेंट के एक बड़े हब के रूप में उभरकर सामने आ रही है। यहां केजीएमयू, लोहिया संस्थान, पीजीआई में कैंसर का इलाज किया जाता है। वहीं यहां कैंसर इंस्टीट्यूट भी खुल चुका है। जहां लीनेक मशीन से कैंसर का इलाज किया जा रहा है। इसी विधि से मुंबई में कैंसर मरीजों को इलाज किया जाता है। बाक्स कैंसर की लक्षण - शरीर में किसी तरह की गांठ होना - घाव का न भरना - स्तन में गांठ या रिसाव होना- मल-मूत्र, उल्टी और थूंक में खून आना
- पानी पीने या निगलने में तकलीफ होना बाक्स ऐसे करें बचाव - तंबाकू एवं उससे बने उत्पादों का सेवन न करें - रेशे वाले और विटामिन से भरपूर आहार लें - सब्जियां अच्छी तरह धोकर ही खाएं - अधिक तले-भुने भोजन से दूर रहें - डेली एक्सरसाइज जरूर करें कोट फर्स्ट स्टेज में कैंसर का पता चलने पर इसका पूरा इलाज संभव है। इस बीमारी से डरें नहीं, अपना पूरा इलाज कराएं। डॉ। समीर गुप्ता, प्रोफेसर सर्जिकल आंकोलॉजी, केजीएमयू ------------------------------------- कैंसर को देकर मात, पढ़ा रहे जिंदगी का पाठ राजधानी में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने अपनी हिम्मत और पूरे इलाज से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को मात दी है। ऐसे लोग अब दूसरे कैंसर मरीजों की हिम्मत बढ़ाकर उन्हें इस बीमारी को हराने का पाठ पढ़ा रहे हैं। आइए जानते हैं, ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में ब्लड कैंसर को हरा दियामुझे 2008 में पता चला कि मैं ब्लड कैंसर का शिकार हो गया हूं। मेरे पिता ट्यूशन पढ़ाने का काम करते हैं, ऐसे में महंगा इलाज कराना परिवार के सामने एक बहुत बड़ी समस्या था लेकिन किसी तरह मेरा इलाज कराया गया। पूरे परिवार ने इस दौरान हमेशा मेरी हिम्मत बढ़ाने का काम किया। उनके सहयोग से ही मैं इस बीमारी हो हरा सका हूं। अब मैं ग्रेजुएशन कर रहा हूं और मेरा सपना टीचर बनने का है। जो लोग कैंसर का शिकार हैं, उनसे यही कहूंगा कि वे इससे डरें नहीं, इलाज कराएं। वे ठीक हो जाएंगे।
मानस मिश्रा डॉक्टर बन करूंगी कैंसर का इलाज 2006 में मुझे आंखों का कैंसर हो गया था। उस समय मेरी उम्र काफी कम थी। कैंसर के कारण मेरी एक आंख की रोशनी भी चली गई थी। मेरे पापा की चाय की एक छोटी सी गुमटी है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मेरा केजीएमयू में इलाज शुरू हुआ तो सपना उपाध्याय मैम ने काफी मदद की। परिवार के सपोर्ट और डॉक्टरों की हर सलाह मानने से मैं इस बीमारी से ठीक हो गई हूं। मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं ताकि आगे मैं भी कैंसर मरीजों का इलाज कर सकूं। सलोनी वर्मा डरें नहीं, कैंसर से लड़ें2013 में जांच कराई तो कैंसर का पता चलते ही हिम्मत टूट गई। पता था कि इलाज काफी महंगा होता है इसलिए लगा कि इलाज की कमी से मेरी जान ही चली जाएगी। लोगों की मदद से मेरा इलाज पूरा हुआ और मैं कैंसर मुक्त हो गया। कीमो थेरेपी के दौरान असहनीय दर्द होता था। हिम्मत हारता तो परिवार के लोग मेरा मनोबल बढ़ाते। जिन लोगों को यह घातक बीमारी है, वे हिम्मत से काम लें। डॉक्टर की हर बात मानें और कभी निगेटिविटी को हावी न होने दें। कैंसर आप से भी हार जाएगा।
रोहित कुमार