- पिस्टल बरामदगी के लिए ले जा रही थी पुलिस, दारोगा की पिस्टल छीनकर की फाय¨रग, जवाबी फायरिंग में ढेर

- राजधानी में अजीत हत्याकांड में था मेन शूटर, लखनऊ पुलिस ने लिया था तीन दिन की रिमांड पर

03 बजे सोमवार सुबह हुई मुठभेड़,

02 पुलिसकर्मी एनकाउंटर में घायल

23 लूट, हत्या, हत्या के प्रयास व आ‌र्म्स एक्ट के केस दर्ज थे

01 लाख का इनाम भी घोषित हो चुका था

LUCKNOW:

विभूतिखंड में मऊ के मुहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मुख्य सूत्रधार और शूटर गिरधारी उर्फ डॉक्टर को लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। एनकाउंटर तब हुआ जब पुलिस उसे तड़के करीब 3 बजे हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामदगी के लिए गोमती नगर के खरगापुर लेकर गई थी। इसी दौरान दारोगा अख्तर उस्मानी की पिस्टल छीनकर गिरधारी भागा और पुलिस पर फाय¨रग करने लगा। पुलिस की जवाबी फाय¨रग में वह घायल हो गया। पुलिस उसे इलाज के लिए लोहिया हॉस्पिटल लेकर गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एनकाउंटर में में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। जानकारी मिलने पर जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी, डीसीपी संजीव सुमन व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू की।

पिस्टल बरामद कराने ले गई थी पुलिस

जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि शूटर गिरधारी की निशानदेही पर विभूतिखंड इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह, एसएसआई अनिल सिंह, दारोगा सईद अख्तर उस्मानी व अन्य पुलिसकर्मी हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद करने के लिए उसे लेकर जा रहे थे। खरगापुर रेलवे ट्रैक के पास पुलिस गिरधारी को गाड़ी से उतार रही थी। इस बीच उसने दारोगा सईद अख्तर की नाक पर हमला कर उनकी पिस्टल छीन ली। इसके बाद गिरधारी फाय¨रग करता हुआ झाडि़यों के बीच छिप गया।

एसएसआई को भी लगी गोली

इंस्पेक्टर ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर पुलिस बल बुलाया। गिरधारी को सरेंडर के लिए कहा गया, लेकिन वह झाडि़यों से पुलिस पर फाय¨रग करता रहा। इस दौरान दाहिने हाथ में गोली लगने से एसएसआई अनिल सिंह घायल हो गए। पुलिस ने झाडि़यों की घेराबंदी कर जवाबी फाय¨रग की। इसमें गिरधारी घायल हो गया। पुलिस उसे लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लेकर पहुंची, जहां, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में एसएसआई अनिल सिंह और दारोगा सईद अख्तर घायल हुए हैं। दोनों का लोहिया संस्थान में इलाज कराया गया।

आज खत्म हो रही थी रिमांड

- विभूतिखंड पुलिस ने गिरधारी को सीजेएम कोर्ट से 13 फरवरी की सुबह 11 बजे से 16 फरवरी की सुबह 11 बजे तक तीन दिन की रिमांड पर लिया था।

- पुलिस अजीत सिंह हत्याकांड में गिरधारी से कई बिंदुओं पर दो दिन पूछताछ कर चुकी थी।

- रिमांड के दौरान उसने अजीत सिंह हत्याकांड में कुंटू सिंह और पूर्व सांसद का कनेक्शन बताया था।

बनारस पुलिस ने भी की थी पूछताछ

वाराणसी पुलिस भी गिरधारी से पूछताछ के लिए पहुंची थी। उसने वहां के नितेश हत्याकांड के बारे में पूछताछ की। पुलिस ने गिरधारी की निशानदेही पर अजीत हत्याकांड में इस्तेमाल मोबाइल फोन गोमतीनगर के अलकनंदा अपार्टमेंट से बरामद किया था। मोबाइल में पुलिस को कई शूटरों के नंबर मिले हैं।

पूर्व सांसद के कहने पर दिल्ली में दी थी गिरफ्तारी

अजीत सिंह की हत्या के बाद गिरधारी के पास एक पूर्व सांसद का फोन आया। इसमें उसे दिल्ली जाकर गिरफ्तारी देने के लिए कहा गया था। इसके लिए पूर्व सांसद द्वारा पूरी सेटिंग कर दी गई थी। गिरधारी घटनास्थल से स्कूटी से भागा और अपने ठिकाने पर पहुंचा। वहां से वह दिल्ली भाग गया। 11 जनवरी को दिल्ली की रोहिणी पुलिस ने गिरधारी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया था।

6 माह पहले रची गई थी अजीत की हत्या की साजिश

पूछताछ में गिरधारी ने बताया था कि छह माह पहले ही अजीत सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी। इसके लिए गिरोह के अंकुर ने जुलाई में गोमतीनगर के अलकनंदा अपार्टमेंट में एक फ्लैट किराये पर लिया था। कुंटू सिंह ने हत्याकांड में मुख्य भूमिका निभाई। एक माह तक शूटरों ने अजीत सिंह की रेकी की। इसके बाद गिरधारी समेत अन्य शूटरों ने अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी थी।

अजीत को मारी गई थी 25 गोलियां

6 जनवरी की रात विभूतिखंड क्षेत्र में कठौता चौराहे के पास अजीत सिंह और उनके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं। मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस इस मामले में अब तक मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

Posted By: Inextlive